UP TET: उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता का प्रमाणपत्र आजीवन मान्य, पर यह शर्त भी जानना जरूरी...

UP TET Certificate Validity यूपी टीईटी का प्रमाणपत्र आजीवन मान्य होने से 21 लाख से अधिक अभ्यर्थियों को लाभ मिला है। ये अभ्यर्थी उत्तर प्रदेश में अब तक हुई आठ परीक्षाओं में शामिल होकर उत्तीर्ण हुए थे। अब वे शिक्षक भर्ती की अगली परीक्षाओं में शामिल हो सकते हैं।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Thu, 17 Jun 2021 06:41 PM (IST) Updated:Thu, 17 Jun 2021 06:42 PM (IST)
UP TET: उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता का प्रमाणपत्र आजीवन मान्य, पर यह शर्त भी जानना जरूरी...
यूपी टीईटी का प्रमाणपत्र आजीवन मान्य होने से 21 लाख से अधिक अभ्यर्थियों को लाभ मिला है।

प्रयागराज [राज्य ब्यूरो]। उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपी टीईटी) का प्रमाणपत्र आजीवन मान्य होने से 21 लाख से अधिक अभ्यर्थियों को लाभ मिला है। ये अभ्यर्थी उत्तर प्रदेश में अब तक हुई आठ परीक्षाओं में शामिल होकर उत्तीर्ण हुए थे। अब वे शिक्षक भर्ती की अगली परीक्षाओं में शामिल हो सकते हैं, बशर्ते उनकी आयु अर्हता के अनुरूप हो। यूपी टीईटी के उन अभ्यर्थियों को फिलहाल लाभ नहीं मिल सकेगा, जिनकी आयु मानक से अधिक हो गई है। प्रमाणपत्र का आजीवन मान्य होने का आशय यही है कि भर्ती की तय आयु सीमा तक वे पुराने प्रमाणपत्र के आधार पर शामिल हो सकते हैं।

केंद्र टीईटी (शिक्षक पात्रता परीक्षा) का प्रमाणपत्र आजीवन मान्य कर चुका है। उत्तर प्रदेश में इस परीक्षा का प्रमाणपत्र पांच वर्ष के लिए मान्य रहा है। प्राथमिक स्कूलों की शिक्षक भर्ती में आवेदन करने वालों के लिए टीईटी उत्तीर्ण होना अनिवार्य है, ये प्रमाणपत्र केंद्र का हो या फिर राज्य का। वहीं, बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों के शिक्षकों की पदोन्नति में भी हाई कोर्ट ने इस प्रमाणपत्र को अहम बताया है। इसलिए हर वर्ष भर्ती व पदोन्नति के इच्छुक दावेदार बड़ी संख्या में आवेदन करते हैं।

वहीं, जिन अभ्यर्थियों के प्रमाणपत्र की वैधता पूरी हो चुकी है और उनका चयन नहीं हुआ है वे भी इस परीक्षा में प्रतिभाग करते रहे हैं। अब दावेदारों की संख्या में कमी आएगी। एनसीटीई के निर्देश पर टीईटी की शुरुआत 2011 में हुई थी, तब से राज्य में भी यह परीक्षा हो रही है। केंद्र सरकार साल में दो बार, जबकि प्रदेश सरकार वर्ष में एक बार परीक्षा कराती रही है। केवल 2012 में इम्तिहान नहीं हुआ।

2020 का विज्ञापन लंबित : शासन ने मार्च में आदेश दिया था कि 11 मई को यूपीटीईटी 2020 का विज्ञापन जारी करके 18 मई से आवेदन लिए जाएं। उस समय कोरोना की दूसरी लहर की वजह से प्रक्रिया स्थगित कर दी गई। कुछ दिन पहले ही परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय ने प्रस्ताव भेजा है। उस पर अभी मुहर नहीं लगी है।

इन वर्षों में इतने उत्तीर्ण वर्ष : उत्तीर्ण 2011 : 572499 2013 : 102755 2014 : 194700 2015 : 146415 2016 : 75364 2017 : 94311 2018 : 574783 2019 : 354703 कुल : 21,15,530

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