सीतापुर के महोली में यूपी STF का छापा, नौ ड्रम स्प्रिट समेत 148 पेटी अवैध शराब के साथ पांच गिरफ्तार

सीतापुर के महोली के रिछाही गांव में यूपी एसटीएफ का छापा अवैध शराब बनाने व पैकिंग कर बिक्री करने का बड़ा खुलासा। नौ ड्रम स्प्रिट और 148 पेटी देसी शराब बरामद। कंपनी के मालिक समेत पांच आरोपितों को दबोच। इसमें दो शातिर कानपुर क्षेत्र के।

By Divyansh RastogiEdited By: Publish:Tue, 18 May 2021 02:13 PM (IST) Updated:Tue, 18 May 2021 02:18 PM (IST)
सीतापुर के महोली में यूपी STF का छापा, नौ ड्रम स्प्रिट समेत 148 पेटी अवैध शराब के साथ पांच गिरफ्तार
सीतापुर:अवैध शराब बनाने व पैकिंग कर बिक्री करने का बड़ा खुलासा। नौ ड्रम स्प्रिट और 148 पेटी देसी शराब बरामद।

सीतापुर, जेएनएन। उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की एक टीम ने सोमवार को महोली कोतवाली क्षेत्र के रिछाही गांव में छापेमारी कर अवैध शराब बनाने, पैकिंग करने व बिक्री का बड़ा खुलासा किया है। मौके से नौ ड्रम स्प्रिट और 148 पेटी देसी शराब बरामद की है। साथ ही शराब बनाने, पैकिंग करने आदि के उपकरण भी कब्जे में लिए हैं। फोर्स ने अवैध शराब निर्माण बिक्री करने वाली कंपनी के मालिक समेत पांच आरोपितों को दबोचा है। इसमें दो शातिर कानपुर क्षेत्र के हैं।

बताया जा रहा है कि स्पेशल टास्क फोर्स के सब इंस्पेक्टर कमलेश पांडेय को महोली क्षेत्र में बड़ी तादाद में अवैध शराब निर्माण एवं बिक्री की सूचना मिली थी। सोमवार पूरा दिन कमलेश पांडेय व उनकी टीम महोली कोतवाली क्षेत्र में संबंधित मामले की लोकेशन ट्रेस करती रही। सफलता नहीं मिलने पर महोली कोतवाली पुलिस का भी सहयोग लिया। देर शाम टीम रिछाही गांव के पास पहुंची थी। वहां धर्म कांटे के पास मौजूद अवैध शराब निर्माण और बिक्री करने वाली कंपनी का मालिक विजय कुमार वर्मा खड़ा था। वह कुछ समझ नहीं पाया और पुलिस से सवाल किया किसे खोज रहे हैं। जिस पर महोली कोतवाली संजय पांडेय ने वहीं एक भवन को इशारा कर विजय वर्मा से पूछ लिया यह क्या है। इसमें क्या हो रहा है, जवाब में विजय वर्मा ने स्पेशल फोर्स को बताया कि इसमें शराब गोदाम है। इतना सुनते ही पुलिस फोर्स गोदाम में घुस गई और वहां का दृश्य देखकर चकित रह गई। देखा गोदाम में कई लोग बैठे शराब की पैकिंग कर रहे थे। तो कुछ लोग नाप-जोख कर बोतल और शीशियों में शराब भर रहे थे। पुलिस ने यहां दो-दो सौ लीटर स्प्रिट भरे नौ ड्रम बरामद किए। 148 पेटी देसी शराब भी मौके से बरामद की। वही बोतलें, ढक्कन, सील, नपना, तापमान मापने वाला यंत्र, आरओ और शराब बनाने के उपकरण बरामद किए हैं।

दूसरे के लाइसेंस को कराया था अपने नाम रिन्यूअल: महोली कोतवाली प्रभारी संजय पांडेय के मुताबिक, अवैध शराब निर्माण बिक्री करता विजय कुमार वर्मा किसी अशोक कुमार के नाम से जारी शराब बिक्री लाइसेंस रिन्यूअल अपने नाम करा लिया था। जिसके आधार पर वह फर्जीवाड़ा कर रहा था। पुलिस अब अशोक कुमार के बारे में जानकारी जुटा रही है। विजय कुमार वर्मा अशोक कुमार के शराब बिक्री लाइसेंस को कैसे पाया, इसका भेद भी पुलिस ढूंढ रही है।

कहां से लेते थे सप्लाई, पता लगा रही पुलिस: महोली कोतवाली पुलिस के मुताबिक, विजय कुमार वर्मा अवैध शराब निर्माण के लिए स्प्रिट व अन्य सामग्री की सप्लाई कहां से लेता था। इस संबंध में पुलिस जानकारी जुटा रही है। इंस्पेक्टर संजय पांडेय ने बताया कि फिलहाल तमाम पड़ताल के बाद पता चला है कि विजय कुमार वर्मा व उसकी टीम के सदस्य आपस में व्हाट्सएप और वीडियो काल का प्रयोग करते थे। यह लोग प्यारेलाल नाम के व्यक्ति से सप्लाई लेते थे लेकिन, पता चला है कि प्यारेलाल की कुछ दिनों पहले को कोरोना से मौत हो गई है। प्यारे लाल कहां का रहने वाला है, क्या है। इस संबंध में पुलिस अभी पता लगाने में जुटी है।

ये लोग हुए हैं गिरफ्तार: महोली कोतवाली प्रभारी संजय कुमार पांडेय ने बताया कि अवैध शराब गोदाम से मालिक विजय कुमार वर्मा और उसके भाई अंकुश वर्मा के साथ ही चमखर का बलवीर, चौराई विष्णु कानपुर का शिव शंकर, घाटमपुर के मखौली का सुमित दबोचा गया है।

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