दीपावली और छठ पूजा पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर यूपी पुलिस सतर्क, आला अफसरों ने दिए ये निर्देश
अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी और डीजीपी मुकुल गोयल ने गुरुवार को कानून-व्यवस्था की समीक्षा की और कई कड़े निर्देश दिए। संवदेनशील क्षेत्रों की सुरक्षा-व्यवस्था को लेकर विशेषकर चर्चा की गई और ऐसे सभी स्थानों पर पूरी सतर्कता बरते जाने का निर्देश दिया।
लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। दशहरा और बारावफात पर शांति-व्यवस्था बनाए रखने के बाद अब वरिष्ठ अधिकारियों की नजर दीपावली व छठ पूजा की सुरक्षा-व्यवस्था की चुनौती पर है। अपर मुख्य सचिव, गृह अवनीश कुमार अवस्थी और डीजीपी मुकुल गोयल ने गुरुवार को कानून-व्यवस्था की समीक्षा की और कई कड़े निर्देश दिए। संवदेनशील क्षेत्रों की सुरक्षा-व्यवस्था को लेकर विशेषकर चर्चा की गई और ऐसे सभी स्थानों पर पूरी सतर्कता बरते जाने का निर्देश दिया।
वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए सभी एडीजी जोन, आइजी व डीआइजी रेंज, एसएसपी व एसपी से आने वाले त्योहारों को लेकर की जा रही तैयारियों की जानकारी ली गईं। बाजारों की सुरक्षा बढ़ाए जाने के साथ ही अधिकारियों के फुट पेट्रोलिंग करने व छोटी सी छोटी घटना को भी पूरी प्रमुखता से लिए जाने की बात कही गई। रात में प्रभावी चेकिंग कराए जाने का निर्देश भी दिया गया। संवेदनशील स्थानों पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात करने के साथ ही शरारतीतत्वों पर कड़ी नजर रखे जाने को कहा गया।
अपर मुख्य सचिव, गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने इंटरनेट मीडिया की गहनता से निरंतर निगरानी का निर्देश भी दिया। किसी आपत्तजिनक अथवा भ्रामक संदेश वायरल करने वालों के विरुद्ध समय रहते कठोर कार्रवाई सुनिश्चित कराई जाए। पुलिस किसी भी भ्रामक सूचना अथवा अफवाह का तत्काल खंडन करे और सही तथ्यों को सामने लाए। सक्रिय अपराधियों की निगरानी बढ़ाए जाने व उनकी धरपकड़ तेज किए जाने के निर्देश भी दिए गए।
थाने पर न हो किसी का उत्पीड़न : गोरखपुर में मनीष हत्याकांड और फिर आगरा में पुलिस अभिरक्षा में सफाईकर्मी की मौत जैसे मामलों को लेकर खाकी की कार्यशैली सवालों के घेरे में है। ऐसे मामलों को वरिष्ठ अधिकारियों ने बेहद गंभीरता से लिया है। वीडियो कान्फ्रेंसिंग में थानों पर पुलिसकर्मियों के बर्ताव को लेकर भी कड़े निर्देश दिए गए। कहा गया कि कहीं किसी का उत्पीड़न न हो। किसी आरोपित अथवा संदिग्ध व्यक्ति से पूछताछ के लिए डीजीपी मुख्यालय स्तर से पूर्व में जारी निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन हो। किसी को बेवजह हवालात में न बैठाया जाए और वरिष्ठ पुलिस अधिकारी इसकी मानीटरिंग करें। जांच में वैज्ञानिक विधि के अधिक उपयोग का निर्देश भी दिया गया।