UP PF Scam : पीएफ घोटाला के विरोध में उत्तर प्रदेश में बिजली कर्मचारियों की हड़ताल, CM योगी आदित्यनाथ नाराज

UP PF Scam उत्तर प्रदेश पॉवर कारपोरेशन लिमिटेड के पीएफ घोटाले को लेकर करीब 45 हजार से अधिक बिजलीकर्मी हड़ताल पर हैं। बिजली कर्मचारी आज से दो दिन के कार्य बहिष्कार पर हैं।

By Dharmendra PandeyEdited By: Publish:Mon, 18 Nov 2019 02:29 PM (IST) Updated:Mon, 18 Nov 2019 04:57 PM (IST)
UP PF Scam : पीएफ घोटाला के विरोध में उत्तर प्रदेश में बिजली कर्मचारियों की हड़ताल, CM योगी आदित्यनाथ नाराज
UP PF Scam : पीएफ घोटाला के विरोध में उत्तर प्रदेश में बिजली कर्मचारियों की हड़ताल, CM योगी आदित्यनाथ नाराज

लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड में कर्मचारियों तथा इंजीनियर्स के पीएफ घोटाले के विरोध में बिजली कर्मचारियों का दो दिनी प्रदर्शन जारी है। संयुक्त संघर्ष मोर्चा के बैनर पर लखनऊ में यह लोग पावर कॉरपोरेशन के मुख्यालय शक्ति भवन प्रांगण तथा बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं तो हर जिले में बिजली कर्मी अपने हक की लड़ाई लडऩे को सड़कों पर हैं। उधर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इसकी हड़ताल को लेकर बेहद नाराज हैं। उन्होंने उपद्रव के मामले में इनके खिलाफ केस दर्ज करने का निर्देश दिया है।

उत्तर प्रदेश पॉवर कारपोरेशन लिमिटेड के पीएफ घोटाले को लेकर करीब 45 हजार से अधिक बिजलीकर्मी हड़ताल पर हैं। बिजली कर्मचारी आज से दो दिन के कार्य बहिष्कार पर हैं। बिजली कर्मी 2268 करोड़ रुपए के पीएफ घोटाले को लेकर हड़ताल कर रहे हैं। उनकी मांग है कि सरकार इस मामले की सीबीआई से जांच कराए। इसके साथ ही इनकी मांग है कि सरकार लिखित में आश्वासन दे कि डूबे हुए रुपए सुरक्षित रहेंगे। इनकी इस लंबी हड़ताल से व्यवस्था प्रभावित होने की आशंका है।

प्रदेश में सभी मंडल वाराणसी के साथ ही मेरठ, आगरा, प्रयागराज, गोरखपुर, बरेली, मुरादाबाद, लखनऊ, सहारनपुर के साथ जिलों में बिजली कर्मी हड़ताल पर हैं। कानपुर में पीएफ घोटाले से नाराज केस्को कर्मियों ने कार्यालय में ताला बंद कर दिया है। उनकी अफसरों से झड़प भी हुई। हाथरस में बिजली कर्मियों ने ओढ़पुरा बिजली घर पर प्रदर्शन किया। सोनभद्र में बिजली कमर्चारियों ने दो दिवसीय कार्य बहिष्कार किया। यहां ओबरा बिजली परियोजना में धरना चल रहा है।

प्रदेश में बिजली विभाग के सभी अधिकारी-कर्मचारी हड़ताल पर हैं। इनमें लाइनमैन से लेकर अधिशाषी अभियंता तक हड़ताल पर हैं। कर्मचारी अधीक्षण अभियंता कार्यालय में धरने पर बैठे है। शक्ति भवन में कर्मचारियों का प्रदर्शन जारी है। यहां पर शैलेंद्र दुबे के नेतृत्व में कर्मचारियों का प्रदर्शन चल रहा है, यह लोग 48 घंटे के कार्य बहिष्कार पर है। इनका भविष्य निधि घोटाले को लेकर विरोध जारी है। यह लोग सरकार से भविष्य निधि सुरक्षा की मांग कर रहे हैं। हाथरस में भी पीएफ घोटाले को लेकर भड़के बिजली कर्मी। इन सभी ने कार्य का बहिष्कार धरना दिया है। बागपत में विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के आह्वान पर ऊर्जा निगम कर्मियों और अधिकारियों ने दस बजे से 48 घंटे का कार्य बहिष्कार शुरू कर दिया है। कर्मचारियों ने एसडीओ तथा अधिशासी अभियंता के दफतरों पर ताला बंदी कर अधीक्षण अभियंता के दफ्तर पर प्रदर्शन कर धरना दिया। धरना दे रहे कर्मचारियों ने नारेबाजी कर चेतावनी दी यदि उनकी समस्या का निस्तारण नहीं हुआ तो आने वाले समय में प्रदेश भर में बिजली आपूर्ति ठप कर दी जाएगी। कर्मचारियों के कार्य बहिष्कार कर धरना देने के कारण कई उपकेन्द्रों पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है, लेकिन कई स्थानों में लाईनों में आए फाल्ट को दूर करने का कार्य ठप है, जिससे संबंधित क्षेत्रों मे विद्युत आपूर्ति बाधित हो रही है।

प्रदेश में हड़ताल पर बिजली कर्मचारियों में दो फाड़ हो गए हैं। पॉवर ऑफिसर्स संघ ने हड़ताल से किनारा कर लिया है।

सीएम योगी आदित्यनाथ का रुख सख्त

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बिजली कर्मियों के प्रदर्शन पर सोमवार को विभाग के अधिकारियों संग बैठक की। इस बैठक में अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी, डीजीपी ओपी सिंह और प्रमुख सचिव ऊर्जा मौजूद थे। बैठक में मुख्यमंत्री ने हड़ताल के दौरान उपद्रव करने वालों पर एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए है। इसके साथ ही कहा कि जरूरत पडऩे पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि सरकारी संपत्ति और राजस्व का नुकसान न हो। हड़ताल व प्रदर्शन से आम आदमी को को भी कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए। सीएम ने पूर्व एमडी एपी मिश्रा के सिंडिकेट पर एक्शन के भी निर्देश दिए हैं। सीएम ने कहा कि एपी मिश्रा से जुड़े लोगों पर कड़ाई बरतें। 

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