UP Panchayat Chunav 2021: दायित्व लेकर काम न करने वालों को अब देना होगा जवाब
UP Panchayat Chunav 2021 भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह व महामंत्री संगठन सुनील बंसल ने जिलेवार पंचायत चुनाव परिणामों की पड़ताल शुरू कर दी है। भाजपा संगठन की समीक्षा कोविड पीड़ितों की सेवा कार्यों पर करेंगे फोकस।
लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। UP Panchayat Chunav 2021: त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव नतीजों की समीक्षा करने में जुटी भाजपा ने कोरोना संक्रमण प्रभावित लोगों की सहायता पर फोकस किया है। प्रदेश पदाधिकारियों के अलावा जनप्रतिनिधियों को अपने क्षेत्र में सेवा कार्यो में लगने को कहा गया है। साथ ही पंचायत चुनाव में संगठनात्मक दायित्व लेकर काम न करने वालों से भी जवाब मांगा जा रहा है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह व महामंत्री संगठन सुनील बंसल ने जिलेवार पंचायत चुनाव परिणामों की पड़ताल शुरू कर दी है। चुनाव में जनप्रतिनिधियों की भूमिका के अलावा पार्टी पदाधिकारियों के योगदान का आंकलन भी किया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार उन पदाधिकारियों से जवाब तलब किया जा रहा है। जिन्होंने पंचायत चुनाव की जिम्मेदारी तो ली परंतु प्रत्याशियों को जीताने के लिए काम नहीं किया। ऐसे पदाधिकारियों को चिन्हित किया जा रहा है। माना जा रहा है कि पार्टी पंचायत चुनाव से सबक लेकर विधानसभा चुनाव की रणनीति तैयार करेगी।
विभिन्न आयोगों, निगमों व बोर्डों के अध्यक्षों व सदस्यों द्वारा चुनावों में योगदान के बारे में छानबीन होगी। पंचायत चुनाव के दौरान घरों से नहीं निकलने वालों से भी पूछताछ होगी। सूत्र बताते है कि संगठन में कमजोर कड़ियों के बदले सक्रिय व समर्पित कार्यकर्ताओं को महत्व देकर मिशन 2022 की तैयारी होंगी।
जिताऊ प्रत्याशी के लिए मापदंड होंगे शिथिल : पंचायत चुनाव में जिस तरह से कार्यकर्ताओं को मैदान में उतारने में तरजीह दी गयी, वह फार्मूला जिला व क्षेत्र पंचायत अध्यक्षों के चुनाव उतनी गंभीरता से लागू नहीं होगा। जिताऊ उम्मीदवार उतारने के लिए समक्ष व समर्थ कार्यकर्ता न मिलेगा तो समान विचारधारा वाले निर्दल अथवा अन्य दलों से आने वालों को भी मौका दिया जा सकता है। पार्टी का पहला ध्येय अधिक से अधिक अपने जिला पंचायत अध्यक्ष व ब्लाक प्रमुख निर्वाचित कराना है।