UP सरकार अब हिंदी के साथ ही संस्कृत में भी जारी करेगी सूचनाएं, संस्कृत में जारी हुआ प्रेस नोट

उत्तर प्रदेश के साथ देश के भी संस्कृत भाषा प्रेमियों के लिए अच्छी खबर है। प्रदेश सरकार ने अब सूचनाएं संस्कृत भाषा में भी जारी करने का फैसला किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ संस्कृत भाषा के लिए उत्थान और विकास के लिए कई बार सार्वजनिक रूप से बोल चुके हैं।

By Dharmendra PandeyEdited By: Publish:Sun, 27 Sep 2020 04:14 PM (IST) Updated:Mon, 28 Sep 2020 06:55 AM (IST)
UP सरकार अब हिंदी के साथ ही संस्कृत में भी जारी करेगी सूचनाएं, संस्कृत में जारी हुआ प्रेस नोट
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर शासन में तत्काल अमल होने लगा है

लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने हिंदी के साथ ही उत्तर प्रदेश सरकार की सभी सूचनाएं संस्कृत भाषा में जारी करने का फैसला किया है। इसी क्रम में रविवार को कोविड-19 की समीक्षा बैठक का प्रेस नोट हिंदी के साथ ही संस्कृत भाषा में जारी किया गया।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर शासन में तत्काल अमल होने लगा है। शनिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया था कि अब सभी सरकारी सूचना हिंदी भाषा के साथ संस्कृत में भी जारी होगी। सभी प्रेस नोट भी हिंदी के साथ संस्कृत में जारी होंगे। इसी क्रम में रविवार को शासकीय प्रेस विज्ञप्तियां संस्कृत भाषा में भी निर्गत की गईं। मुख्यमंत्री की कोविड-19 को लेकर प्रतिदिन की जा रही समीक्षा बैठक की निर्गत प्रेस विज्ञप्ति आज की संस्कृत भाषा में भी जारी की गई है।

उत्तर प्रदेश के साथ देश के भी सभी संस्कृत भाषा प्रेमियों के लिए अच्छी खबर है। उत्तर प्रदेश सरकार ने अब सूचनाएं संस्कृत भाषा में भी जारी करने का फैसला किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ संस्कृत भाषा के लिए उत्थान और विकास के लिए कई बार सार्वजनिक रूप से बोल चुके हैं। अब सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस बारे में फैसला लिया है। उन्होंने निर्देश जारी किए हैं कि शासन की प्रेस विज्ञप्तियों को संस्कृत में भी जारी किया जाए।

सीएम योगी के निर्देश के बाद संस्कृत भाषा में प्रेस विज्ञप्ति जारी की गई। इस बारे में जानकारी मुख्यमंत्री कार्यालय के ऑफिशल हैंडल से ट्वीट की गई। ट्वीट में लिखा गया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के निर्देशानुसार शासकीय प्रेस विज्ञप्तियां अब संस्कृत भाषा में भी निर्गत की जाएंगी। इस ट्वीट के साथ ही कोविड-19 को लेकर हर रोज होने वाली समीक्षा बैठक की संस्कृत में प्रेस विज्ञप्ति भी शेयर की गई। सीएम योगी आदित्यनाथ का संस्कृत प्रेम किसी से छिपा नहीं है। उन्होंने इसी वर्ष की शुरुआत में भारतीय भाषा महोत्सव के दौरान संस्कृत के महत्व को बताया था। उन्होंने कहा था कि संस्कृत पढऩे वाला कभी भूखा नहीं मर सकता क्योंकि भारत के ऋषियों ने बहुत पहले इसे रोजगार से जोड़ दिया था। 

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