यूपी सरकार के कर्मचारियों को अगस्त के वेतन से महंगाई भत्ते का नकद भुगतान, जानें- कितनी बढ़ेगी सैलरी

DA Hike उत्तर प्रदेश के राज्य कर्मचारियों को बढ़ी दर से डीए का नकद भुगतान अगस्त माह के वेतन के साथ होगा। जुलाई के बढ़े डीए की रकम उनके भविष्य निधि (जीपीएफ) खाते में जाएगी जिसे वे 31 जुलाई 2022 तक नहीं निकाल सकेंगे।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Wed, 25 Aug 2021 10:10 AM (IST) Updated:Wed, 25 Aug 2021 01:43 PM (IST)
यूपी सरकार के कर्मचारियों को अगस्त के वेतन से महंगाई भत्ते का नकद भुगतान, जानें- कितनी बढ़ेगी सैलरी
महंगाई भत्ता बढ़ने का इंतजार कर रहे राज्य कर्मचारियों की मुराद पूरी हो गई है।

लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। पिछले 19 महीने से महंगाई भत्ता (डीए) और महंगाई राहत (डीआर) बढ़ने का इंतजार कर रहे 16 लाख राज्य कर्मचारियों और 11.5 लाख सिविल व पारिवारिक पेंशनरों की मुराद पूरी हो गई है। उत्तर प्रदेश के राज्य कर्मचारियों को बीती पहली जुलाई से 11 फीसद की बढ़ी दर से डीए और पेंशनरों को डीआर देने के प्रस्ताव को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंजूरी मिलने के बाद वित्त विभाग ने इस बारे में शासनादेश जारी कर दिया है। राज्य कर्मचारियों और पेंशनरों को जुलाई से 28 फीसद की दर से डीए व डीआर मिलेगा। अभी उन्हें 17 फीसद की दर से यह भुगतान हो रहा था।

इन्हें मिलेगा लाभ : बढ़े डीए का लाभ राज्य कर्मचारियों, सहायता प्राप्त शिक्षण व प्राविधिक शिक्षण संस्थाओं, शहरी निकायों के नियमित व पूर्णकालिक कर्मचारियों, कार्य प्रभारित कर्मचारियों और यूजीसी वेतनमानों में कार्यरत पदधारकों को मिलेगा, जिनकी कुल संख्या लगभग 16 लाख है।

जुलाई के बढ़े डीए की रकम जीपीएफ में : राज्य कर्मचारियों को बढ़ी दर से डीए का नकद भुगतान अगस्त माह के वेतन के साथ होगा। जुलाई के बढ़े डीए की रकम उनके भविष्य निधि (जीपीएफ) खाते में जाएगी जिसे वे 31 जुलाई, 2022 तक नहीं निकाल सकेंगे। पेंशनरों को बढ़े डीआर का नकद भुगतान होगा। राष्ट्रीय पेंशन योजना (एनपीएस) के दायरे में आने वाले अधिकारियों/कर्मचारियों के टियर-1 पेंशन खाते में जुलाई के बढ़े डीए के 10 फीसद के बराबर रकम जमा की जाएगी। राज्य सरकार/नियोक्ता की ओर से जुलाई के एरियर के 14 फीसद के बराबर अंशदान टियर-1 पेंशन खाते में जमा किया जाएगा। जुलाई के बढ़े डीए की 90 फीसद रकम संबंधित कार्मिक को नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट के रूप में दी जाएगी।

800 करोड़ मासिक व्ययभार : कर्मचारियों-पेंशनरों को 11 फीसद की बढ़ी दर से डीए-डीए का भुगतान करने पर सरकारी खजाने पर हर महीने लगभग 800 करोड़ रुपये का बोझ आएगा।

इतना बढ़ेगा वेतन : 11 फीसद डीए बढ़ने से सबसे कम यानी 18,000 रुपये मूल वेतन पाने वाले कर्मचारी की तनख्वाह में हर माह 1980 रुपये की वृद्धि होगी। वहीं सबसे ज्यादा यानी 2,25,000 रुपये वेतन पाने वाले कार्मिकों की तनख्वाह में 24,750 रुपये का इजाफा होगा।

डीए-डीआर बढ़ाने पर पिछले साल लगी थी रोक : कोरोना महामारी से पैदा हुए आर्थिक संकट को देखते हुए राज्य सरकार ने केंद्र की तर्ज पर पहली जनवरी, 2020 से बीती 30 जून तक राज्य कर्मचारियों और शिक्षकों को बढ़ी दर से महंगाई भत्ता (डीए) और पेंशनरों को महंगाई राहत (डीआर) के भुगतान पर पिछले साल 24 अप्रैल को शासनादेश जारी कर रोक लगा दी थी। इस वजह से राज्य कर्मचारियों और पेंशनरों को एक जनवरी 2020, एक जुलाई 2020 और एक जनवरी 2021 को दिये जाने वाले डीए व महंगाई राहत की अतिरिक्त किस्तों का भुगतान नहीं किया गया है।

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