अब बरसात में भी लीजिए वन्य जीव विहार में रुकने का मजा, जानिए क्या है यूपी वन निगम की तैयारी
बारिश के मौसम में जानवर भी दिखाई नहीं देते हैं। ऐसे में यहां बने गेस्ट हाउस व हट भी वीरान हो जाते हैं। अब वन निगम अपने इन गेस्ट हाउस व पर्यटक आवास स्थलों को साल भर खोलने का प्रस्ताव तैयार कर रहा है।
लखनऊ, [शोभित श्रीवास्तव]। प्रदेश के नेशनल पार्क व वन्य जीव विहार में अब बरसात के मौसम में भी रुकने मजा लिया जा सकता है। उत्तर प्रदेश वन निगम नेशनल पार्क व वन्य जीव विहार में स्थित गेस्ट हाउस और हट की बुकिंग पर्यटकों के लिए साल भर खोलने की तैयारी कर रहा है। हालांकि पर्यटकों को मानसून सीजन में केवल यहां रहने व खाने-पीने की सुविधा ही मिल पाएगी। इस दौरान पर्यटक जंगल की सैर नहीं कर पाएंगे।
दरअसल, नेशनल पार्क व वन्य जीव विहार 16 जून से 14 नवंबर तक के लिए बंद हो जाते हैं। बरसात में जंगल इसलिए बंद हो जाते हैं, क्योंकि अंदर कच्ची सड़कें होती हैं जो कट जाती हैं। ऐसे में वाहन जंगलों में जा नहीं पाते हैं। बारिश के मौसम में जानवर भी दिखाई नहीं देते हैं। इस कारण यहां किसी को जाने नहीं दिया जाता है। ऐसे में यहां बने गेस्ट हाउस व हट भी वीरान हो जाते हैं। अब वन निगम अपने इन गेस्ट हाउस व पर्यटक आवास स्थलों को साल भर खोलने का प्रस्ताव तैयार कर रहा है। वन्य जीव विहार में पर्यटक आवास स्थल ऐसे स्थानों पर बनाए गए हैं, जहां चारों तरफ हरियाली है। वन निगम का मानना है कि पर्यटकों को इन स्थानों पर रहने व आस-पास घूमने में जंगल का ही अनुभव होगा।
पहले चरण में दुधवा नेशनल पार्क व कतर्नियाघाट स्थित पर्यटक आवास स्थल और थारू हट की बुङ्क्षकग खोलने की तैयारी है। वन निगम इसके लिए जरूरी अनापत्ति लेने में जुटा है। अनापत्ति मिलने के बाद इसे आमजनों के लिए खोल दिया जाएगा। वन निगम के प्रबंध निदेशक संजय सिंह ने बताया कि जंगलों में स्थित पर्यटक आवास गृहों की बुकिंग बरसात के दिनों में भी खोलने के लिए प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। जल्द ही इसे मंजूरी के लिए वन विभाग व सरकार के पास भेजा जाएगा। इससे दुधवा नेशनल पार्क व कतर्नियाघाट के पर्यटक आवास गृह साल भर गुलजार रहेंगे।
टूर पैकेज भी होगा तैयार
वन निगम दुधवा पार्क व कतर्नियाघाट में बरसात के दिनों में पर्यटकों को ठहराने के लिए टूर पैकेज भी तैयार कर रहा है। वन निगम आने-जाने के लिए वाहन, ठहरने के लिए कमरे की बुङ्क्षकग व खाने-पीने का इंतजाम करेगा। प्रति व्यक्ति कितना खर्च आएगा इस पर वन निगम मंथन कर रहा है। शीघ्र ही पैकेज तैयार कर आनलाइन बुङ्क्षकग शुरू हो जाएगी।