State Electricity Council: फोन बंद कर आंदोलन पर बैठे लखनऊ के बिजली अभियंता, उपभोक्ता परेशान

राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन उप्र के समस्त सदस्यों/पदाधिकारियों ने अपने सरकारी फोन बंद कर लिए हैं। इससे उपकेंद्रों पर उपभोक्ताओं की समस्याएं निस्तारित होने के साथ ही नए कनेक्शन लोड बढ़ोत्तरी नाम परिवर्तन सहित कई काम प्रभावित हो गए हैं।

By Vikas MishraEdited By: Publish:Wed, 22 Sep 2021 08:44 AM (IST) Updated:Wed, 22 Sep 2021 08:44 AM (IST)
State Electricity Council: फोन बंद कर आंदोलन पर बैठे लखनऊ के बिजली अभियंता, उपभोक्ता परेशान
राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन के बैनर तले कई मांगों को लेकर आंदोन पर बैठे बिजली अभियंता

लखनऊ, जागरण संवाददाता। राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन उप्र के समस्त सदस्यों/पदाधिकारियों ने अपने सरकारी फोन बंद कर लिए हैं। इससे उपकेंद्रों पर उपभोक्ताओं की समस्याएं निस्तारित होने के साथ ही नए कनेक्शन, लोड बढ़ोत्तरी, नाम परिवर्तन सहित कई काम प्रभावित हो गए हैं। यही नहीं अभियंताओं ने न्यायोचित मांगों को लेकर विभागीय वाट्सग्रुप छोड़ने के साथ ही वीडियो कांफ्रेंसिंग में शामिल नहीं हुए। चौथे चरण के दो दिवसीय क्रामिक उपवास आज भी जारी रहेगा। मंगलवार को राजधानी में गोखले मार्ग स्थित मध्यांचल मुख्यालय पर यह उपवास हुआ। वहीं लेसा ट्रांस व सिस, लखनऊ क्षेत्र एवं क्षेत्रीय शाखा पारेषण मध्य के सदस्यों द्वारा सिस गोमती के क्षेत्रीय अध्यक्ष इं. विवेक तिवारी, संगठन के केन्द्रीय संरक्षक इं. सतनाम सिंह एवं इं. एस बी सिंह द्वारा केन्द्रीय महासचिव इं. जय प्रकाश एवं सदस्यों को माला पहनाकर सामूहिक क्रमिक उपवास सत्याग्रह प्रारंभ कराया। 

दो द्विवसीय क्रमिक उपवास सभा को संबोधित करते हुए संगठन के केंद्रीय अध्यक्ष इं. जीवी पटेल ने कहा कि संगठन के समस्त सदस्य अपनी महत्वपूर्ण न्यायोचित मांगों पर दो सप्ताह से शान्ति पूर्ण तरीके से अपना ध्यानाकर्षण आन्दोलन कर रहे है। अब पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री एवं ऊर्जा मंत्री से मांग की है कि शीर्ष ऊर्जा प्रबंधन को निर्देशित करें कि संगठन की न्यायोचित मांगों का निस्तारण कर ऊर्जा क्षेत्र में उत्पन्न इस गतिरोध को समाप्त कराए। सभा को संबोधित करते हुए संगठन के केन्द्रीय संरक्षक इं. सतनाम सिंह ने कहा कि ऊर्जा प्रबन्धन द्वारा समय से विद्युत लाइनों के सामानों की कमी बताई। सिंह ने कहा कि पिछले चार वर्षो में वितरण नेटवर्क लगभग दोगुना हो गया है लेकिन कर्मचारियों की संख्या नहीं बढ़ाई गई। संगठन के केन्द्रीय संरक्षक इं. एसबी सिंह ने कहा कि संवर्ग की न्यायोचित वेतन विसंगति की मांग लम्बे समय से लंबित है इस पर ऊर्जा प्रबन्धन टाल-मटोल का रवैया अपनाये हुए है, जिससे विवश होकर संगठन के सदस्य आन्दोलन कर रहे है। उन्हें विजय श्री अवश्य प्राप्त होगी।

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