UP COVID-19 News: यूपी की जेलों में भी पैर पसार रहा कोरोना, 1400 से अधिक बंदी संक्रमित; बढ़ाई गई सतर्कता

UP COVID-19 News दूसरी लहर में गईं सात बंदियों व तीन कर्मियों की जानें। कोरोना संक्रमित बंदियों की संख्या 1448 है जबकि 156 जेलकर्मी भी कोरोना संक्रमित हैं। जल्द ही बंदियों को पैरोल पर छोड़ने की प्रकिया भी शुरू हो सकती है।

By Divyansh RastogiEdited By: Publish:Tue, 11 May 2021 08:00 AM (IST) Updated:Wed, 12 May 2021 07:14 AM (IST)
UP COVID-19 News: यूपी की जेलों में भी पैर पसार रहा कोरोना, 1400 से अधिक बंदी संक्रमित; बढ़ाई गई सतर्कता
UP COVID-19 News: यूपी की जेलों में बढ़ाई गई सतर्कता।

लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। UP COVID-19 News: कोरोना के बढ़ते संक्रमण से अछूती जेल की ऊंची दीवारें भी नहीं है। यही वजह है कि अब प्रदेश की स्थायी व अस्थायी जेलों में अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है। कोरोना से बचाव के उपायों का और कड़ाई से अनुपालन कराने के निर्देश दिए गए हैं। जेलों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए बीते दिनों अस्थायी जेलें भी बनाई गई थीं। आंकड़ों के अनुसार यूपी की 71 स्थायी व 41 अस्थायी जेलों में कोरोना संक्रमित बंदियों की संख्या 1448 है, जबकि 156 जेलकर्मी भी कोरोना संक्रमित हैं। दूसरी लहर में अब तक कोरोना से सात बंदियों व तीन कर्मियों की जानें भी जा चुकी हैं। संक्रमण की बढ़ती रफ्तार को ही देखकर जेलों से बंदियों को एक बार फिर अंतरिम जमानत पर छोड़ने की पहल हुई है। जल्द ही बंदियों को पैरोल पर छोड़ने की प्रकिया भी शुरू हो सकती है। 

माना जा रहा है कि करीब 10 हजार बंदियों को अंतरिम जमानत व पैराले पर छोड़ा जा सकता है। यूपी की 71 स्थायी जेलों में 1.8 लाख से अधिक बंदी निरुद्ध हैं। जेलों की क्षमता से बंदी अधिक हैं। यही वजह है कि जेलों के भीतर व्यवस्थाएं करना भी किसी चुनौती से कम नहीं रहा है। डीजी जेल आनन्द कुमार ने जेलों में कोरोना से बचाव के सभी बंदोबस्त किए जाने के कड़े निर्देश दिए हैं। फिलहाल जेलों में बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर पूरी तरह पाबंदी है। जेल में इस्तेमाल होने वाला सामान भी सैनिटाइज करने के बाद ही भीतर ले जाने की अनुमति है।

कारगर है काढ़े का भी नुस्खा: जेलों में बंदियों को कोरोना संक्रमण से बचाने के विभिन्न प्रयासों के बीच उन्हें काढ़ा, पौष्टिक भोजन व फल दिए जाने के साथ ही नियमित योगा भी कराया जा रहा है। डीजी जेल आनन्द कुमार ने एक मई को इसे लेकर सभी जेल अधकारियों को विस्तृत निर्देश भी दिए थे। जेलों में मुनक्का, दालचीनी, काली मिर्च, सोंठ,  तुलसी की पत्ती व अन्य जड़ी बूटियों का उपयोग कर काढ़ा तैयार कर बंदियों व जेलकर्मियों को पिलाया जा रहा है। बंदियों को योगा भी कराया जा रहा है और उन्हें कोरोना से बचाव के उपायों के प्रति जागरूक किया जा रहा है। इसके अलावा डीजी जेल ने महामारी के इस भयानक दौर में बंदियों के परिवारीजन को भी चिकित्सकीय सलाह व दवाएं उपलब्ध कराए जाने की पहल की है। इसके साथ ही जेलों में बंदियों ने मास्क का निर्माण भी बड़े पैमाने पर किया है।

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