UP Conversion Case: उमर गौतम की बी टीम का बड़ा प्लानर था डा.फराज, एक हजार से अधिक लोगों के मतांतरण का मामला
एटीएस ने बुधवार को फराज को पुलिस रिमांड पर लेकर उससे नए सिरे से पूछताछ शुरू की है। एडम व कौसर के मोबाइल डाटा से मिली आडियो क्लिपों के आधार पर भी उससे पूछताछ की जा रही है।
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। गहरी साजिश के तहत मतांतरण कराने वाले गिरोह के मास्टरमाइंड उमर गौतम ने कई राज्यों में अपनी बी-टीम खड़ी की थीं। डा.फराज शाह महाराष्ट्र में सक्रिय उमर की बी-टीम का बड़ा प्लानर था। एटीएस अब इस सिंडीकेट की उन कडिय़ों को खंगाल रही है, जिससे अन्य राज्यों की बी-टीम के बड़ों तक पहुंचा जा सके। सूत्रों का कहना है कि फराज ने महाराष्ट्र में एक हजार से अधिक लोगों का मतांतरण कराए जाने की बात कही है। एटीएस ने अब कई ऐसे बिंदुओं पर डा.फराज से पूछताछ शुरू की है। महाराष्ट्र में सक्रिय रामेश्वर कांवरे उर्फ एडम के जरिये डा.फराज विदेशी फंडिंग भी कराता था। आशंका है कि फराज उसकी क्लीनिक पर आने वाले मरीजों को भी अपने जाल में फंसाता था और आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को खासकर निशाना बनाता था।
एटीएस ने बुधवार को फराज को पुलिस रिमांड पर लेकर उससे नए सिरे से पूछताछ शुरू की है। एडम व कौसर के मोबाइल डाटा से मिली आडियो क्लिपों के आधार पर भी उससे पूछताछ की जा रही है। फराज के कई कट्टरपंथी संगठनों से रिश्तों की छानबीन भी तेज की गई है। एटीएस फराज के घर व क्लीनिक में जाकर भी छानबीन कर सकती है। हालांकि इससे पहले फराज के मोबाइल फोन को पूरी तरह से खंगाला जा रहा है। उसके संपर्क में रहे कुछ युवकों के बारे में भी पड़ताल की जा रही है। फराज से उसके दूसरे राज्यों के नेटवर्क से जुड़े सवाल भी किए जा रहे हैं।
एटीएस की जांच में यह भी सामने आया है कि फराज दिल्ली स्थित उमर गौतम की संस्था इस्लामिक दावा सेंटर के कई कार्यक्रमों में एडम व अपने कई साथियों के साथ शामिल होता रहता था। दिल्ली में ही उमर से विदेश से हो रही फंडिंग को लेकर खास बातचीत होती थी। एडम व फराज अपने साथ जिन लोगों को ले जाते थे, उन्हें फंडिंग के बारे में कुछ जानकारियां देकर और मजबूती से जोडऩे का काम भी किया जाता था। फराज से यह जानने की भी कोशिश की जा रही है कि महाराष्ट्र में बीते कुछ महीनों में किन लोगों का मतांतरण कराया गया था।