UP Budget 2021-22 : सीएम योगी आदित्यनाथ बोले- यह बजट प्रदेश के विकास में मील का पत्थर साबित होगा

UP Budget 2021-22 योगी आदित्यनाथ ने बजट पर प्रकाश डाला। उन्होंने विधान भवन के तिलक हाल में वित्त मंत्री सुरेश खन्ना के साथ मीडिया को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने लोक कल्याणकारी बजट पेश किया है। सरकार का फोकस प्रदेश के हर कोने के विकास का है।

By Dharmendra PandeyEdited By: Publish:Mon, 22 Feb 2021 01:20 PM (IST) Updated:Tue, 23 Feb 2021 07:15 AM (IST)
UP Budget 2021-22 : सीएम योगी आदित्यनाथ बोले- यह बजट प्रदेश के विकास में मील का पत्थर साबित होगा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधान भवन के तिलक हाल में वित्त मंत्री सुरेश खन्ना के साथ मीडिया को संबोधित किया

लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश के विधानमंडल के बजट सत्र में सोमवार को विधानसभा में बजट प्रस्तुत होने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बजट पर प्रकाश डाला। उन्होंने विधान भवन के तिलक हाल में वित्त मंत्री सुरेश खन्ना के साथ मीडिया को संबोधित किया।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा आज प्रदेश सरकार ने 2021-2022 का कुल बजट 5 लाख 50 हजार 270 करोड़ का पेश किया। इससे पहले वित्तीय वर्ष 2020-21 में बजट 5.12 लाख करोड़ रुपये का था। इस तरह बीते वर्ष की अपेक्षा इस वित्तीय वर्ष का बजट 38 हजार करोड़ रुपया ज़्यादा का है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने लोक कल्याणकारी बजट पेश किया है। सरकार का फोकस प्रदेश के हर कोने के विकास का है। हम हर घर को बिजली के साथ हर गांव तो सड़क तथा गांव में हर घर में पेयजल की व्यवस्था पर फोकस करने के साथ शहरों को भी स्मार्ट बनाने के लिए काफी प्रयासरत हैं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह बजट सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास की उत्कृष्ट लोकतांत्रिक भावना से परिपूर्ण है। प्रस्तुत बजट एक नई आशा, एक नई ऊर्जा और प्रदेश की नई संभावनाओं को उड़ान देने का एक माध्यम बनेगा।

इस बजट में हम महिला सशक्तीकरण की दिशा में महिला सामर्थ्य योजना शुरू करने जा रहे हैं। इसके लिए 200 करोड़ रुपया की व्यवस्था बजट में प्रस्तावित की गई है। महिलाओं के लिए कई योजनाएं आरम्भ की गई हैं। इस वर्ष मुख्यमंत्री सक्षम सुपोषण योजना, कुपोषित बच्चों को सुपोषण देने के लिए लाई गई है। इसके साथ ही युवाओं के भविष्य को बेहतर बनाने के लिए हम मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के अंतर्गत पात्रता श्रेणी के बच्चों को टैबलेट भी उपलब्ध कराने का इस बजट में प्रावधान कर रहे हैं। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि जो किसान परिवार आयुष्मान भारत स्वास्थ्य बीमा से कवर नहीं थे, उनके लिए इस बजट में मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत पांच लाख रुपया के नि:शुल्क स्वास्थ्य बीमा का प्रावधान किया गया है। बजट में मुख्यमंत्री कृषक दुर्घटना कल्याण योजना को विस्तार दिया गया है। अब किसान के घर के कमाऊ सदस्य, बंटाईदार व अन्य लोग भी मृत्यु जैसी दु:खद स्थिति में पांच लाख की आॢथक सहायता पा सकते हैं। इस बार बजट का आकार 5,50,270.78 करोड़ रुपया है, जो वित्तीय वर्ष 2020-21 के बजट से 7.3 प्रतिशत अधिक है। इस बजट में रोजगार की व्यवस्था, सभी वर्गों के उत्थान का इरादा, वंचितों-शोषितों एवं युवाओं के सुंदर भविष्य की रूपरेखा के साथ उत्तर प्रदेश के नवनिर्माण की संरचना भी निहित है। हर घर को नल, हर घर को बिजली, हर गांव में सड़क एवं उसे डिजिटल माध्यम से जोडऩे के साथ हर खेत को पानी व हर हाथ को काम देने का संकल्प इस बजट में निहित है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज हमारी कैबिनेट मीटिंग भी ई कैबिनेट हो गई। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके लिए वित्त मंत्री और उनके विभाग को मेरा धन्यवाद। उन्होंने कहा कि हम विकास का संकल्प लेकर आगे बढ़े। यह बजट प्रदेश के विकास में मील का पत्थर साबित होगा। इस बजट प्रदेश के किसान, युवा तथा महिला सभी को प्राथमिकता है। हम विकास का संकल्प लेकर हम आगे बढ़े हैं। इसी कारण बजट विकास में मील का पत्थर साबित होगा।  

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश का चौमुखी विकास हो रहा है। ईज ऑफ डूइंग बुसिनेस में आज उत्तर प्रदेश दूसरे नंबर पर है। प्रदेश में लगातार निवेश आ रहा है। प्रदेश में डेटा सेंटर पर भी काफी काम हो रहा है। इसके साथ हम लखनऊ में प्रदेश का पहला फोरेंसिक सेंटर बनाने जा रहे है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना वायरस संक्रमण काल में हमने लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा देने के साथ ही कोरोना पर अंकुश लगाने में सफलता प्राप्त की। हमने कोरोना प्रबंधन के साथ हमने अन्य कामों को भी आगे बढ़ाया।

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