UP Board Exam Datasheet 2021: फर्जी संदेशों से यूपी बोर्ड का पुराना नाता, जानें- वायरल परीक्षा कार्यक्रम की सच्चाई
UP Board Exam Datasheet 2021 सोमवार दोपहर में कई वाट्सएप ग्रुपों पर हाईस्कूल व इंटर की परीक्षा पांच से 25 जून तक कराने का विधिवत कार्यक्रम वायरल होने लगा। एक साथ कई ग्रुपों पर फर्जी संदेशों की बाढ़ आ गई।
लखनऊ, जेएनएन। कोरोना संक्रमण के विकट दौर में इंटरनेट मीडिया पर सोमवार को माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) की हाईस्कूल व इंटररमीडिएट परीक्षा 2021 का कार्यक्रम वायरल होने से हड़कंप मच गया। फर्जी कार्यक्रम जारी करने वालों ने दोनों अहम परीक्षाओं का तारीखवार कार्यक्रम घोषित किया। इससे बोर्ड से लेकर शासन तक खलबली मची रही। हालांकि ऐसे फर्जी संदेशों से यूपी बोर्ड का पुराना नाता है। पिछले साल भी फर्जी संदेश वायरल हुआ था कि 10वीं व 12वीं के सभी छात्र-छात्राओं को उत्तीर्ण कर दिया जाएगा।
यूपी बोर्ड के सचिव दिव्यकांत शुक्ल ने बोर्ड की अधिकृत वेबसाइट पर पत्र जारी करके घोषित कार्यक्रम को फर्जी करार दिया, ये भी लिखा कि अफवाह फैलाने वालों के विरुद्ध जल्द एफआइआर भी दर्ज कराएंगे। बोर्ड ने अभी तक जून माह का कोई परीक्षा कार्यक्रम घोषित नहीं किया है। पहले आठ मई से परीक्षाएं प्रस्तावित थी, जिसे स्थगित किया जा चुका है। ज्ञात हो कि इस परीक्षा में करीब 56 लाख से अधिक परीक्षार्थी पंजीकृत हैं।
यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा 2021 अब तक नहीं हो सकी है। पहले पंचायत चुनाव और फिर कोरोना की दूसरी लहर के कारण शासन को दो बार परीक्षा कार्यक्रम घोषित करके स्थगित करना पड़ा है। इतना ही नहीं शासन की ओर से रविवार को ही कहा गया था कि 20 मई से ऑनलाइन पढ़ाई कराई जाएगी और बोर्ड परीक्षाओं पर भी मंथन करेंगे। सोमवार दोपहर में कई वाट्सएप ग्रुपों पर हाईस्कूल व इंटर की परीक्षा पांच से 25 जून तक कराने का विधिवत कार्यक्रम वायरल होने लगा। जिसने भी इसे देखा उसने अन्य ग्रुपों में आगे बढ़ा दिया। लिहाजा एक साथ कई ग्रुपों पर फर्जी संदेशों की बाढ़ आ गई।
कुछ लोगों ने यूपी बोर्ड के वाट्सएप ग्रुप पर भी परीक्षा कार्यक्रम फारवर्ड कर दिया। तब बोर्ड सचिव ने इसे सिरे से खारिज किया। यूपी बोर्ड के सचिव ने कुछ देर बाद ही अधिकृत वाट्सएप ग्रुप व बोर्ड की वेबसाइट पर पत्र जारी किया, इसमें कहा गया है कि यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटर की परीक्षा पांच से 25 जून तक कराने का कार्यक्रम पूरी तरह से फर्जी है। परीक्षार्थी इसे इग्नोर करें, इस मामले में जो भी दोषी मिलेगा उसके विरुद्ध एफआइआर दर्ज कराकर कड़ी कार्रवाई कराएंगे।
हर साल वायरल हो रहे फर्जी संदेश : पिछले साल भी अप्रैल माह में एक फर्जी संदेश वायरल हुआ था। उसमें बोर्ड सचिव की ओर से कहा गया था कि 10वीं व 12वीं के छात्र-छात्राओं की कॉपियों की सुरक्षा नहीं हो पा रही है। इसलिए सभी को उत्तीर्ण किया जाएगा। तत्कालीन सचिव नीना श्रीवास्तव को इस संबंध में एफआइआर लिखानी पड़ी थी। इसके अलावा बोर्ड से फर्जी फोन काल भी पूर्वांचल के जिलों में पहुंचे थे कि फलां परीक्षार्थी अनुत्तीर्ण हो रहा है, इतना पैसा दें अन्यथा फेल हो जाएगा। इसके अलावा गोपनीय एवार्ड ब्लैंक (मूल्यांकन में अंक दर्ज करने वाली चिट) भी इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो गई थी।
56 लाख विद्यार्थियों को परीक्षा कार्यक्रम का इंतजार : यूपी बोर्ड परीक्षा के 56 लाख विद्यार्थियों को परीक्षा शेड्यूल का इंतजार है। बोर्ड परीक्षा 2021 के लिए इस बार 56 लाख से अधिक विद्यार्थियों ने पंजीकरण कराया है, जिसमें 10 वीं की बोर्ड परीक्षा के लिए 29,94,312 और 12वीं की बोर्ड परीक्षा के लिए 26,09,501 विद्यार्थियों ने पंजीकरण कराया है।