यूपी बीजेपी अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने राहुल गांधी व अखिलेश यादव पर साधा निशाना, बोले- रामद्रोहियों पर जनता कैसे करें ट्रस्ट
उत्तर प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने भगवान राम के काज में कोई बाधा बर्दाश्त न करने की चेतावनी देते हुए कहा कि सत्ता में रहते हुए रामद्रोही सिद्ध हो चुके समाजवादी पार्टी और कांग्रेस नेताओं पर जनता कैसे ट्रस्ट करेगी?
लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। उत्तर प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने भगवान राम के काज में कोई बाधा बर्दाश्त न करने की चेतावनी देते हुए कहा कि सत्ता में रहते हुए रामद्रोही सिद्ध हो चुके समाजवादी पार्टी और कांग्रेस नेताओं पर जनता कैसे ट्रस्ट करेगी?
सपा मुखिया अखिलेश यादव के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि वह लोग आस्था व निष्ठा की बात कर रहे हैं, जिन्होंने रामभक्तों पर गोलियां चलवाई। जो तुष्टिकरण व वोट बैंक के डर से रामनगरी अयोध्या जाना तो दूर, उसका नाम अपनी जुबान पर लाने से डरते थे। ऐसे लोग करोड़ों रामभक्तों के आस्था के प्रतीक श्रीराम मंदिर के निर्माण में बाधा उत्पन्न करने का प्रयास न करें ऐसा कैसे संभव है?
यूपी बीजेपी के अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने चुटकी लेते हुए कहा कि हास्यास्पद यह भी है कि कांग्रेस के युवराज के आज बोल फूट रहे हैं, लेकिन केंद्र में उनकी सरकार के समय उनके मंत्री सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दे रहे थे कि मंदिर न बने, वे भगवान राम के अस्तित्व के प्रमाण मांगते थे। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि उनको नहीं भूलना चाहिए कि केंद्र और प्रदेश में अब रामभक्तों की सरकार है। भगवान राम के काज में कोई बाधा नहीं आएगी।
स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि सपा मुखिया किस मुंह से परफार्मेंस की बात कर रहे हैं, जबकि गत दो वर्षों में संसद के भीतर वह एक सवाल भी नहीं पूछ सके। इससे साफ है कि अखिलेश मानते हैं कि केंद्र व प्रदेश सरकार बहुत अच्छा कार्य कर रही है। सदन के बाहर उनके बयान महज भ्रम फैलाने की कोशिश के अलावा कुछ नहीं हैं। सपा मुखिया कुछ महीनों पहले तक वैक्सीन को लकर जनता को गुमराह करने में जुटे थे। जब खुद मुलायम सिंह यादव ने उन पर सवाल उठा दिया तो बेशर्मी से कोविड प्रबंधन की बात करने लगे। बेहतर हो कि सपा सुप्रीमो अपने घर से बाहर निकल कर यथार्थ देखें। उन्हें साफ समझ में आएगा कि जिन रामद्रोहियों को भगवान राम पर ट्रस्ट नहीं है, उन पर जनता कैसे ट्रस्ट करेगी?