UP BJP Meeting: 2022 में जीत को लेकर मंथन, सरकार का 'रिपोर्ट कार्ड' होगा भाजपा का 'ट्रंप कार्ड'

UP BJP CORE COMMITTEE भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष का 15 दिन में लगातार दूसरा लखनऊ का दौरा इस गंभीरता को दर्शा रहा है। बीएस संतोष ने सोमवार के बाद मंगलवार को भी कोर टीम के साथ बैठक की।

By Dharmendra PandeyEdited By: Publish:Tue, 22 Jun 2021 06:13 PM (IST) Updated:Wed, 23 Jun 2021 07:51 AM (IST)
UP BJP Meeting: 2022 में जीत को लेकर मंथन, सरकार का 'रिपोर्ट कार्ड' होगा भाजपा का 'ट्रंप कार्ड'
भाजपा उत्तर प्रदेश के मुख्यालय में भाजपा कोर कमेटी की बैठक

लखनऊ, जेएनएन। लखनऊ में दो दिन चली मैराथन बैठकों के भारतीय जनता पार्टी के रणनीतिकारों ने आगामी विधानसभा चुनाव के लिए अभियान की रूपरेखा तैयार कर ली है। योगी कैबिनेट के मंत्रियों से विभागीय उपलब्धियों का ब्योरा लेते हुए राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष और प्रदेश प्रभारी राधामोहन सिंह ने संतोष जताया। आखिरकार तय हुआ कि मोदी-योगी सरकार का 'रिपोर्ट कार्ड' ही मिशन-2022 में भाजपा का 'ट्रंप कार्ड' यानी तुरुप का इक्का होगा। इसे लेकर ही प्रभारी मंत्री और संगठन पदाधिकारी जनता के बीच जाएंगे। विपक्ष जो नकारात्मक माहौल बनाने की कोशिश कर रहा है, उसे बेअसर कर जनता को 'फीलगुड' कराना है।

विधानसभा चुनाव की तैयारियों के लिए आए बीएल संतोष और राधामोहन सिंह ने मंगलवार शाम को प्रदेश मुख्यालय में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, डा. दिनेश शर्मा सहित सभी कैबिनेट मंत्रियों और पूर्व प्रदेश अध्यक्षों के साथ बैठक की। सोमवार को मुख्यमंत्री के सरकारी आवास पर हुई बैठक में भी सरकार के कामकाज की समीक्षा कर चुके इन राष्ट्रीय नेताओं ने बारी-बारी से सभी कैबिनेट मंत्रियों से उनके विभाग की जनहित की योजनाओं और उपलब्धियों के बारे में पूछा। साथ ही जानकारी ली कि किस-किसने सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गोद ले लिए।

सभी मंत्री पूरा ब्योरा लेकर ही बुलाए गए थे। कामकाज से संतोष जाहिर करते हुए मंत्रियों से कहा गया कि यह चुनावी वर्ष है, इसलिए सरकार और संगठन को मिलकर इसमें जुटना है। प्रभारी मंत्री हों या संगठन के पदाधिकारी, सभी को सरकारी योजनाओं को बूथ स्तर तक पहुंचाना है। यह सुनिश्चित कर लें कि जो भी योजनाएं हैं, उनका लाभ सभी जरूरतमंद पात्रों को मिल जाए। टीकाकरण बढ़ाने और राशन वितरण की योजनाओं पर सबसे अधिक जोर दिया गया।

भाजपा के रणनीतिकारों को लगता है कि विपक्ष के पास सिर्फ आरोप हैं, जबकि भाजपा सरकार और संगठन के पास मोदी-योगी शासन की उपलब्धियों की भरमार है। जनता को बताना होगा कि उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य में किस तरह से इतनी जल्दी कोरोना को काबू कर लिया गया। सबका साथ, सबका विकास के मूलमंत्र पर चली सरकार ने बिना भेदभाव के घर, शौचालय सहित विभिन्न सुविधाएं दी हैं।

डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने बैठक के बाद कहा कि 2022 के चुनाव को लेकर चर्चा हुई। इस दौरान 300 से ज्यादा सीटें जीतने की योजना बनाई गई। उन्होंने कहा कि पिछली बार से ज्यादा प्रचंड ढंग से जीत होगी। लगभग चार घंटे तक चली इस बैठक में प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह, प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल के अलावा राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष राजेश अग्रवाल, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रमापतिराम त्रिपाठी, लक्ष्मीकांत बाजपेयी, विनय कटियार, केंद्रीय मंत्री डा. महेंद्रनाथ पांडेय और प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही भी शामिल हुए।

खास तौर पर बुलाए गए एके शर्मा और जितिन प्रसाद : इस बैठक के लिए तय था कि कैबिनेट मंत्री और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ही शामिल होंगे। मगर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी माने जाने वाले सेवानिवृत्त आइएएस एके शर्मा को बुलाया गया। विधान परिषद सदस्य शर्मा को हाल ही में प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया गया है। नई जिम्मेदारी मिलने के बाद वह पहली दफा किसी संगठनात्मक बैठक में शामिल होने के लिए पहुंचे। सबसे पहले पार्टी मुख्यालय के परिसर के मंदिर में माथा टेका, फिर अंदर गए। इसी तरह पिछले दिनों कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री जितिन प्रसाद के पास अभी संगठन में कोई पद नहीं, फिर भी उन्हें बुलाया गया। इन्हें अपने विचार रखने का भी मौका बैठक में दिया गया।

आज बूथ अध्यक्ष के घर जाएंगे संतोष और राधामोहन : पार्टी सूत्रों ने बताया कि बीएल संतोष और राधामोहन सिंह बुधवार दोपहर दिल्ली के लिए रवाना होंगे। उससे पहले लखनऊ में ही किसी बूथ अध्यक्ष के घर जाएंगे। पार्टी के पौधारोपण अभियान की शुरुआत भी होनी है, इसलिए बूथ पर पौधा भी रोपेंगे।

मंत्रियों की तरह प्रदेश पदाधिकारी भी करेंगे ब्लाक में प्रवास : विधानसभा चुनाव में फिर से जीत हासिल करने के लिए भाजपा ने अपना रोडमैप तैयार कर लिया है। विपक्षी दलों द्वारा छेड़े गए ट्वीट-वार को विफल करने के लिए सत्ताधारी दल ने बूथ स्तर तक व्यूह रचना की है। संगठन पदाधिकारियों का जिम्मा न सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात आमजन तक पहुंचाने का होगा, बल्कि योगी सरकार के काम की चर्चा सहित जनहित की योजनाओं का लाभ निचले स्तर पर पहुंचाना है। राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष और प्रदेश प्रभारी राधामोहन सिंह की बैठक में स्पष्ट कर दिया गया कि सरकार के मंत्रियों की तरह प्रदेश पदाधिकारी भी ब्लाकों में प्रवास करेंगे। सांसद, विधायक और पदाधिकारियों की जिम्मेदारी एक-एक बूथ को मजबूत करने की होगी।

निचली इकाई तकपार्टी संगठन को मजबूत करने की योजना : प्रदेश मुख्यालय में मंगलवार को बीएल संतोष और राधामोहन सहित प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह व प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल ने मैराथन बैठकें कीं। दोपहर में करीब चार घंटे तक प्रदेश से राष्ट्रीय पदाधिकारी, सभी प्रदेश महामंत्री और क्षेत्रीय अध्यक्षों के साथ बैठक की। प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि बैठक में पार्टी की संगठनात्मक संरचना को पूरा करते हुए निचली इकाई तक पार्टी संगठन को मजबूत करने की योजना बनी है। पदाधिकारियों से कहा है कि गरीबों व जरूरतमंदों को भाजपा सरकार जो निश्शुल्क राशन दे रही है, उसका लाभ सभी पात्र व्यक्तियों को मिलना चाहिए। यह काम सांसद, विधायक और पार्टी पदाधिकारी बूथ के कार्यकर्ताओं को सक्रिय करते हुए पूरा करेंगे। इससे जनता को लाभ मिलेगा और बूथ भी मजबूत होगा।

पदाधिकारियों की तय की गई जिम्मेदारी : इसी तरह पार्टी द्वारा बुधवार को डा.श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस से छह जुलाई तक पौधारोपण अभियान चलाया जाएगा। यह अभियान भी बूथ स्तर पर चलेगा। 25 जून को आपातकाल घोषित होने के दिन की याद जनता को दिलानी है। इसके लिए पार्टी जिला स्तर पर 'आपातकाल के काले दिन' विषय को लेकर विभिन्न कार्यक्रम करेगी। इसके साथ ही हर माह के अंतिम रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'मन की बात' को बूथ स्तर पर जन सामान्य के साथ मिलकर सुनने के लिए पदाधिकारियों की जिम्मेदारी तय की गई है। राष्ट्रीय नेताओं ने पार्टी द्वारा चलाए जा रहे पोस्ट कोविड सेंटर और टीकाकरण जनजागरण अभियान की जानकारी ली और दिशा-निर्देश दिए। इस अवसर पर प्रदेश सहमहामंत्री संगठन कर्मवीर, प्रदेश सहप्रभारी सुनील ओझा, सत्या और सुशील चौरसिया भी उपस्थित थे।

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