UP ATS रोहिंग्या से आज करेगी आमने-सामने पूछताछ, महिलाओं और सोने की तस्करी के खुलेंगे राज

रोहिंग्या महिलाओं और सोने की तस्करी के मामले में अब यूपी एटीएस की जांच के कदम बढ़ेंगे। एटीएस बुधवार को रोहिंग्या हाफिज शफीक व उसके तीन साथियों को पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ शुरू करेगी। इन लोगों को आमने-सामने बैठा कर पूछताछ करने की तैयारी है।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Wed, 23 Jun 2021 09:13 AM (IST) Updated:Wed, 23 Jun 2021 11:41 AM (IST)
UP ATS रोहिंग्या से आज करेगी आमने-सामने पूछताछ, महिलाओं और सोने की तस्करी के खुलेंगे राज
एटीएस रोहिंग्या हाफिज शफीक व उसके तीन साथियों को पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ शुरू करेगी।

लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। रोहिंग्या महिलाओं और सोने की तस्करी के मामले में अब उत्तर प्रदेश आतंकवाद निरोधक दस्ते (यूपी एटीएस) की जांच के कदम बढ़ेंगे। एटीएस बुधवार को रोहिंग्या हाफिज शफीक व उसके तीन साथियों को पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ शुरू करेगी। इन लोगों को आमने-सामने बैठा कर पूछताछ करने की तैयारी है।

एटीएस ने बीती 18 जून को उत्तर प्रदेश में रोहिंग्या को अवैध ढंग से बसाने के साथ रोहिंग्या महिलाओं की तस्करी किए जाने का राजफाश किया था। एटीएस ने मेरठ से इस नेटवर्क का संचालन कर रहे सरगना म्यामार निवासी हाफिज शफीक समेत चार रोहिंग्या को गिरफ्तार किया था। शफीक के अलावा अजीजुर्रहमान उर्फ अजीज, मुफीजुर्रहमान उर्फ मुफीज व मु.इस्माइल को जेल भेजा गया था। कोर्ट ने चारों आरोपितों की सात दिनों की पुलिस रिमांड मंजूर की है। रिमांड की अवधि बुधवार सुबह 10 बजे आरंभ होगी।

गिरफ्तार इन आरोपितों से पूछताछ में सामने आया था कि कई रोहिंग्या महिलाओं को फर्जी दस्तावेजों के आधार पर बने पासपोर्ट के जरिये मलेशिया भेजा गया है। गिरोह ठेके पर बांग्लादेश के शरणार्थी कैंप से भी रोहिंग्या को प्रदेश के विभिन्न शहरों में लाकर शरण दिलाने का काम कर रहा था। अब आरोपितों से आमने-सामने पूछताछ की जाएगी और इस गिरोह की जड़ें खंगाली जाएंगी। एटीएस को चारों आरोपितों से अहम जानकारियां हाथ लगने की उम्मीद है। एटीएस गिरोह को फर्जी दस्तावेजों के जरिये भारतीय पासपोर्ट, आधार कार्ड, मतदाता पहचानपत्र व अन्य दस्तावेज उपलब्ध कराने वालों तक पहुंचने का प्रयास भी कर रही है।

एटीएस ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में तेज की छानबीन : रोहिंग्या की तेजी से जड़ती जड़ों को उखाड़ने के लिए एटीएस की टीमों ने मेरठ समेत पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ अन्य शहरों में छानबीन तेज की है। मेरठ से रोहिंग्या हाफिज शफीक उर्फ शबीउल्लाह व उसके तीन अन्य साथियों की गिरफ्तारी के बाद मानव व सोना तस्करी के जो तथ्य सामने आए हैं, उसे लेकर एटीएस के साथ जिला पुलिस को भी सक्रिय किया गया है। खासकर रोहिंग्या के पासपोर्ट किन दस्तावेजों व किन लोगों की मदद से बने, इसकी पड़ताल भी शुरू की गई है। सूत्रों का कहना है कि एटीएस को कुछ मददगारों के बारे में अहम सुराग भी मिले हैं।

पासपोर्ट विभाग से भी मांगी जाएंगी जानकारियां : एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार का कहना है कि गिरफ्तार रोहिंग्या हाफिज शफीक, अजीजुर्रहमान उर्फ अजीज, मुफीज व मु.इस्माइल को जेल भेज दिया गया है। चारों को पुलिस कस्टडी रिमांड पर लिए जाने की तैयारी की जा रही है। रोहिंग्या हाफिज के नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों के बारे में छानबीन कराई जा रही है। खासकर रोहिंग्या की पहचान बदलने के लिए फर्जी दस्तावेज किनकी मदद से बनवाए जा रहे थे और इनके पासपोर्ट किसके जरिए बनवाए गए। ऐसे कई बिंदुओं पर पड़ताल के निर्देश दिए गए हैं। बताया गया कि हाफिज व उसके साथियों के मोबाइल फोन से भी कई अहम जानकारियां व नंबर हाथ लगे हैं। उनकी काल डिटेल का ब्योरा भी खंगाला जा रहा है। यह भी पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि बीते कुछ माह में कितनी रोहिंग्या महिलाओं को बांग्लादेश की सीमा से अवैध घुसपैठ कर प्रदेश में लाया गया था।

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