पाकिस्तानी टेरर फंडिंग नेटवर्क से जुड़ा 50 हजार का इनामी गिरफ्तार, UP ATS ने गोरखपुर से दबोचा

यूपी एटीएस ने आतंकियों की फंडिंग के लिए पाकिस्तान से संचालित नेटवर्क से जुड़े फरार 50 हजार रुपये के इनामी दिनेश कुमार सिंह उर्फ अजय कुमार सिंह उर्फ एके सिंह को गोरखपुर से गिरफ्तार किया है। वह धनराशि को हवाला के जरिये पाकिस्तानी हैंडलर्स को भेजता था।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Tue, 03 Aug 2021 02:50 AM (IST) Updated:Tue, 03 Aug 2021 02:54 AM (IST)
पाकिस्तानी टेरर फंडिंग नेटवर्क से जुड़ा 50 हजार का इनामी गिरफ्तार, UP ATS ने गोरखपुर से दबोचा
यूपी एटीएस ने आतंकियों की फंडिंग के लिए पाकिस्तानी नेटवर्क से जुड़े दिनेश कुमार सिंह को गोरखपुर से गिरफ्तार किया।

लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। उत्तर प्रदेश एंटी टेररिस्ट स्क्वाड (यूपी एटीएस) ने आतंकियों की फंडिंग के लिए पाकिस्तान से संचालित नेटवर्क से जुड़े फरार 50 हजार रुपये के इनामी दिनेश कुमार सिंह उर्फ अजय कुमार सिंह उर्फ एके सिंह को गोरखपुर से गिरफ्तार किया है। वह लाटरी फ्राड, आनलाइन फ्राड व सिम बाक्स फ्राड से हासिल की गई धनराशि को हवाला के जरिये पाकिस्तानी हैंडलर्स को भेजता था। यह रकम आतंकी घटनाओं को अंजाम देने के लिए का इस्तेमाल की जाती थी। दिनेश मूलरूप से गोरखपुर के बांसगांव के मलवटियां वार्ड नंबर तीन का रहने वाला है।

यूपी एटीएस ने इस नेटवर्क से जुड़े 10 लोगों को 24 मार्च 2018 को प्रतापगढ़, रीवा, गोरखपुर और लखनऊ से गिरफ्तार किया था। एटीएस के अनुसार प्रतापगढ़ निवासी संजय सरोज, नीरज मिश्र, लखनऊ के साहिल मसीह, रीवा के शंकर सिंह, गोपालगंज (बिहार) के मुकेश प्रसाद, पडरौना (कुशीनगर) के मुर्शरफ अंसारी उर्फ निखिल राय, आजमगढ़ के सुशील राय उर्फ अंकुर राय, गोरखपुर के खोराबार क्षेत्र के दयानंद यादव तथा आपस में सगे भाई नसीम अहमद व अरशद नईम को गिरफ्तार किया या था।

एटीएस ने उनके पास से 52 लाख रुपये, छह स्वाइप मशीनें, मैग्नेटिक कार्ड रीडर और बड़ी तादाद में एटीएम डेबिट कार्ड बरामद किए थे। इसके अलावा उनसे एक पिस्टल भी बरामद की गई थी। मामले की जांच में गोरखपुर निवासी दिनेश कुमार सिंह उर्फ अजय कुमार सिंह उर्फ एके सिंह का नाम सामने आया। एटीएस को पता चला कि मुशर्रफ के साथ मिलकर दिनेश फर्जी दस्तावेजों के आधार पर विभिन्न बैंकों में अपनी फोटो लगाकर अलग-अलग नामों से बैंक खाते खुलवाता था। बाद में वह इन खातों को मुशर्रफ अंसारी को दे देता था। खातों में जमा रकम निकालकर हवाला के जरिए पाकिस्तानी हैंडलर्स को भेजी जाती थी।

एटीएस का कहना है कि गिरोह ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर डेढ़ सौ से अधिक बैंक खाते खोले जिनके जरिए करोड़ों रुपये का लेन-देन हुआ। बैंकों से रकम निकाल कर उसे गिरोह के अन्य सदस्यों के जरिए पहले दिल्ली और फिर हवाला के माध्यम से देश के बाहर भेजते थे। तीन वर्षों से फरार चल रहे दिनेश कुमार सिंह के पास से एक आधार कार्ड, एक पैन कार्ड, एक दिल्ली मेट्रो कार्ड, खुद की 13 फोटो, एक बाइक, एक डायरी बरामद हुई है। एटीएस ने अजय को सात दिन की कस्टडी रिमांड पर लेने के लिए कोर्ट में अर्जी दी है ताकि बैंकों के जरिए हुए लेनदेन और इसमें शामिल लोगों के बारे में पूछताछ की जा सके।

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