उत्तर प्रदेश के पांच दिन के दौरे पर लखनऊ पहुंची प्रियंका गांधी वाड्रा, कल से करेंगी लगातार बैठक

UP Assembly Election 2022 कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा करीब दो हफ्ते के अंतराल पर सोमवार को फिर लखनऊ पहुंची। उनका आज कांग्रेस कमेटी के ऑफिस जाने का कार्यक्रम निरस्त हो गया है। मंगलवार सुबह से उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के दफ्तर में बैठकों का दौर शुरू करेंगी।

By Dharmendra PandeyEdited By: Publish:Mon, 27 Sep 2021 09:21 AM (IST) Updated:Tue, 28 Sep 2021 06:52 AM (IST)
उत्तर प्रदेश के पांच दिन के दौरे पर लखनऊ पहुंची प्रियंका गांधी वाड्रा, कल से करेंगी लगातार बैठक
कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा

लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को पुराना मुकाम दिलाने की खातिर बड़े अभियान में लगीं पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा करीब दो हफ्ते के अंतराल पर सोमवार को फिर लखनऊ पहुंची। चौधरी चरण सिंह इंटरनेशनल एयरपोर्ट के बाद से वह सीधा जापलिंग रोड पर कौल हाउस गई। उनका आज कांग्रेस कमेटी के ऑफिस जाने का कार्यक्रम निरस्त हो गया है। मंगलवार सुबह से वह उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के दफ्तर में बैठकों का दौर शुरू करेंगी।

लखनऊ में इस बार प्रियंका गांधी वाड्रा का प्रवास पांच दिन का होगा। प्रियंका गांधी सोमवार को शाम चार बजे लखनऊ पहुंचीं। इसके बाद कौल हाउस का रुख किया। पहले उनका सोमवार शाम से ही बैठक करने का कार्यक्रम था। अब वह मंगलवार से काम शुरू कर देंगी। पार्टी कार्यालय में पदाधिकारियों के साथ बैठक कर अब तक के काम का जायजा लेंगी। इसके साथ ही 2022 के चुनाव की तैयारियों का जायजा लेंगी।

लखनऊ में अपने पांच दिन के प्रवास पर वह कांग्रेस की प्रतिज्ञा यात्रा और प्रदेश के विभिन्न शहरों में अपनी जनसभाओं को लेकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के साथ विस्तृत चर्चा करेंगी। उनका प्रयास संगठन के भीतर उपजे असंतोष को थामने का भी है। प्रदेश में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले कांग्रेस को लगातार लग रहे झटकों के बीच में भी प्रियंका की कोशिश है कि वह पार्टी की चुनावी तैयारियों को आगे बढ़ाएं। लखनऊ में प्रवास के दौरान वह उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के गढ़ रायबरेली तथा अमेठी भी जा सकती हैं।

प्रियंका का एक महीने में तकरीबन दो हफ्ते के अंतराल पर दोबारा लखनऊ आना अकारण नहीं है। वह लखनऊ और रायबरेली प्रवास के बाद वह बीती 13 सितंबर को दिल्ली वापस गई थीं। पिछली बार जब वह लखनऊ से गई थीं तो कांग्रेस प्रदेश में 20-21 सितंबर से प्रतिज्ञा यात्रा निकालने की तैयारी में जुटी थी। इसी दौरान प्रियंका की 29 सितंबर को मेरठ और अक्टूबर के पहले हफ्ते में वाराणसी व आगरा में चुनावी जनसभाएं कराने की योजना थी।

कांग्रेस के प्रदेश संगठन में असंतोष और उथल-पुथल थमने का नाम नहीं ले रही है। जितिन प्रसाद के कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थामने के बाद मीरजापुर की मडि़हान सीट के पूर्व विधायक व प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष रहे ललितेशपति त्रिपाठी ने भी बीते दिनों पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। लिहाजा पार्टी अब प्रतिज्ञा यात्रा और प्रियंका की जनसभाओं का सिलसिला पितृपक्ष के बाद नवरात्र में शुरू करने की तैयारी कर रही है।

माना जा रहा है कि लखनऊ प्रवास के दौरान प्रियंका कांग्रेस संगठन के अंतर्कलह से भी पार पाने की कोशिश करेगी। लखनऊ प्रवास के दौरान वह प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कुछ पुराने पदाधिकारियों से भी बातचीत कर सकती हैं। कांग्रेस के चुनाव अभियान की तैयारियों को अंतिम रूप देना भी उनके लखनऊ प्रवास का मकसद होगा। न सिर्फ वह कांग्रेस की प्रतिज्ञा यात्र के प्लान को फाइनल टच देने की कोशिश करेंगी बल्कि इसी के साथ प्रदेश के विभिन्न शहरों में अपनी जनसभाओं की श्रृंखला का स्वरूप तय करेंगी।

प्रियंका गांधी लखनऊ प्रवास के दौरान विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के उम्मीदवारों की प्रारंभिक लिस्ट पर भी संगठन और सलाहकारों के साथ मंथन करेंगी। वह पार्टी के प्रशिक्षण और संगठन सृजन कार्यक्रम की प्रगति की भी समीक्षा करेंगी।

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