यूपी चुनाव : अनुसूचित जाति के प्रबुद्ध वर्ग के साथ अलग से संवाद करेगी भाजपा, आज अवध क्षेत्र से शुरुआत

UP Assembly Election 2022 अलग-अलग जातियों के सामाजिक सम्मेलन और प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन कर चुकी भाजपा अब अनुसूचित जाति के प्रबुद्ध वर्ग पर अलग से नजर जमाए हुए है। पार्टी ने सभी छह क्षेत्रों में इनके लिए संवाद कार्यक्रम तय किए हैं।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Wed, 08 Dec 2021 06:30 AM (IST) Updated:Wed, 08 Dec 2021 08:32 AM (IST)
यूपी चुनाव : अनुसूचित जाति के प्रबुद्ध वर्ग के साथ अलग से संवाद करेगी भाजपा, आज अवध क्षेत्र से शुरुआत
भाजपा ने अनुसूचित जाति के प्रबुद्ध वर्ग के लिए संवाद कार्यक्रम तय किए हैं।

लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। अलग-अलग जातियों के सामाजिक सम्मेलन और प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन कर चुकी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) अब अनुसूचित जाति के प्रबुद्ध वर्ग पर अलग से नजर जमाए हुए है। पार्टी ने सभी छह क्षेत्रों में इनके लिए संवाद कार्यक्रम तय किए हैं। इसकी शुरुआत बुधवार को अवध क्षेत्र के लखनऊ से होने जा रही है। सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास का नारा देने वाली भाजपा यूपी विधानसभा चुनाव के लिए इसी नीति पर काम कर रही है।

यूपी विधानसभा चुनाव में हर वर्ग को साधने के लिए भाजपा संगठन की विभिन्न इकाइयां लगी हैं। ऐसा ही प्रयास अब अनुसूचित जाति वर्ग के युवा उद्यमियों, व्यापारियों, नौकरशाहों, लेखकों, सेवानिवृत्त अधिकारियों, समाजसेवियों आदि प्रबुद्ध लोगों के लिए किया जाना है। इन तक अपनी बात पहुंचाने के लिए पार्टी सभी छह क्षेत्र यानी काशी, गोरखपुर, अवध, ब्रज, पश्चिम और कानपुर में सामाजिक संवाद कार्यक्रम करेगी। बुधवार को पहला कार्यक्रम पार्टी मुख्यालय में अवध क्षेत्र का होगा, जिसमें प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह व केंद्रीय शहरी एवं आवासन राज्यमंत्री कौशल किशोर संबोधित करेंगे।

प्रदेश मंत्री अर्चना मिश्रा ने बताया कि गुरुवार को कानपुर और आगरा में संवाद कार्यक्रम होंगे। आगरा में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व कानपुर में विधि एवं न्याय मंत्री ब्रजेश पाठक शामिल होंगे। शुक्रवार को गोरखपुर में उपमुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा, शनिवार को वाराणसी में केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री महेंद्र नाथ पांडेय और रविवार को मेरठ में सांसद राजेंद्र अग्रवाल कार्यक्रम में सहभागिता करेंगे।

उन्होंने बताया कि सामाजिक संवाद कार्यक्रम राष्ट्रवादी युवाओं और पेशेवरों, विशेष रूप से अनुसूचित वर्ग को जोड़ने की मुहिम है। इसमें केंद्र व राज्य सरकार की गरीब एवं जनकल्याणकारी नीतियों, उनके सफल क्रियान्वयन और उनसे हुए सकारात्मक बदलावों पर चर्चा की जाएगी।

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