यूपी विधानसभा चुनाव : 'आप' के मुफ्त बिजली के वादे पर कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा- मुफ्तखोरी की ओछी राजनीति

यूपी के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने तंज किया कि अरविंद केजरीवाल के पास यूपी की जनता के लिए विकास का कोई माडल नहीं है। यह पार्टी ने कोई ऐसा काम नहीं कर सकी जिसे अपना बता सके। ऐसे में मुफ्तखोरी के लालच को उसने चुनावी हथियार बनाया है।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Fri, 17 Sep 2021 04:00 AM (IST) Updated:Fri, 17 Sep 2021 07:33 AM (IST)
यूपी विधानसभा चुनाव : 'आप' के मुफ्त बिजली के वादे पर कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा- मुफ्तखोरी की ओछी राजनीति
उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही।

लखनऊ, जेएनएन। हर घरेलू बिजली उपभोक्ता को मुफ्त बिजली देने का वादा कर यूपी विधानसभा चुनाव जोर-आजमाइश कर रही आम आदमी पार्टी (आप) को कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने आड़े हाथों लिया है। गुरुवार को जारी बयान में शाही ने कहा कि 'केजरीवाल प्राइवेट लिमिटेड' को यह तो मालूम ही है कि गरीबों, गांव में रहने वालों और किसानों का योगी सरकार ने कितना ध्यान रखा है।

कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि योगी सरकार बिजली का मीटर रखने वाले ग्रामीण उपभोक्ताओं को प्रति यूनिट 2.80 रुपये के और बगैर मीटर वालों को 4.07 रुपये की छूट शुरू से ही दे रही है। इसके अलावा एक किलोवाट लोड तक और 100 यूनिट की खपत तक के शहरी और ग्रामीण उपभोक्ताओं को भी चार रुपये से अधिक प्रति यूनिट छूट मिलती है। यही नहीं गांव में मीटर और बिना मीटर वाले कृषि उपभोक्ताओं को तो छूट क्रमशः पांच रुपये और 6.32 रुपये है। इस तरह सरकार ग्यारह हजार करोड़ की सब्सिडी तो सिर्फ गरीब और किसानों के लिए देती है।

यूपी के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने तंज किया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के पास यूपी की जनता के लिए विकास का कोई माडल नहीं है। दिल्ली में अब तक यह पार्टी ने कोई ऐसा काम नहीं कर सकी जिसे वह अपना बता सके। ऐसे में 'मुफ्तखोरी के लालच' को उसने चुनावी हथियार बनाया है।

सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि यूपी की योगी सरकार ने जिला मुख्यालयों पर 24 घंटे, तहसील मुख्यालयों पर 20 घंटे और गांवों में 18 घंटे बिजली देने का वादा किया था और उसे पूरा किया। यही नहीं, साढ़े चार साल में यूपी के हर कोने को बिजली से रोशन कर दिया गया है। सौभाग्य योजना से एक करोड़ 40 लाख घरों में बिजली आई है। चार साल पहले तक यूपी में बिजली आना अखबारों की सुर्खियां बनती थीं, आज अगर कभी बिजली कट जाए तो लोग हैरान होते हैं। यह होता है विकास, लेकिन ऐसे विकास के लिए जिस विजन की जरूरत होती है, वह न अरविंद केजरीवाल के पास है न मनीष सिसौदिया के पास। ऐसे में ले देकर मुफ्त बिजली देने का लालच ही उनके पास बचा है। सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि लोकतंत्र में इस तरह की बेतुकी एवं घोषणाएं राजनीति को दूषित करते हैं, जो न केवल घातक है बल्कि एक बड़ी विसंगति भी है।

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