केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, मासिक जीएसटी संग्रह बना आर्थिक विकास का बैरोमीटर

लखनऊ में आयोजित अलंकरण समारोह में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि कोविड महामारी के दौरान घर से काम करने वाले सीबीआइसी अधिकारियों ने शानदार कार्य किया है। अब सभी ग्रुप-बी अधिकारियों को लैपटाप/टैबलेट भी दिए जाएंगे ताकि उनके प्रदर्शन में और सुधार हो सके।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Fri, 26 Nov 2021 10:02 PM (IST) Updated:Fri, 26 Nov 2021 10:03 PM (IST)
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, मासिक जीएसटी संग्रह बना आर्थिक विकास का बैरोमीटर
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि मासिक जीएसटी संग्रह आर्थिक विकास का बैरोमीटर बन गया है।

लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि मासिक जीएसटी संग्रह आर्थिक विकास का बैरोमीटर बन गया है। विकास पथ पर तेजी से बने रहने के लिए आगामी वक्त में निरंतर जीएसटी संग्रह बनाए रखना जरूरी होगा। उन्होंने कोविड-19 के दौरान सीमा शुल्क के उत्कृष्ट प्रदर्शन को पहचानने के लिए 26 जनवरी, 2022 को राष्ट्रपति पुरस्कार विजेताओं के साथ विशेष 'कोरोना रिस्पांस अवार्ड' देने के भी संकेत दिए हैं।

शुक्रवार को केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआइसी) के अधिकारियों व कर्मचारियों को 'विशिष्ट सेवा रिकार्ड' के लिए राष्ट्रपति प्रशंसा प्रमाणपत्र व पदक देने के लिए आयोजित अलंकरण समारोह में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि कोविड महामारी के दौरान घर से काम करने वाले सीबीआइसी अधिकारियों ने शानदार कार्य किया है, ग्रुप ए के अधिकारियों को पहले से ही लैपटाप दिए गए हैं, अब सभी ग्रुप-बी अधिकारियों को लैपटाप/टैबलेट भी दिए जाएंगे, ताकि उनके प्रदर्शन में और सुधार हो सके। कहा कि ग्रुप बी अधिकारियों के लिए 9200 लैपटाप स्वीकृत किए गए हैं। उन्होंने महामारी के दौरान त्वरित कस्टम्स क्लीयरेंस सुविधा के लिए सीमा शुल्क अधिकारियों के अच्छे काम पर उनकी प्रशंसा की।

वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी ने कहा कि सीबीआइसी ने जीएसटी के सफल कार्यान्वयन के माध्यम से आर्थिक और कराधान सुधारों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने पुरस्कार विजेताओं और विशेष रूप से उनके परिवार के सदस्यों को बधाई दी। राजस्व सचिव तरुण बजाज, अध्यक्ष सीबीडीटी जेबी महापात्रा ने भी समारोह को संबोधित किया। सीबीआइसी के अध्यक्ष एम अजीत कुमार ने सभी पुरस्कार विजेताओं को जोखिम और अन्य व्यावहारिक बाधाओं के बीच कड़ी मेहनत व प्रयासों के लिए बधाई दी। इस बात पर जोर दिया कि सीबीआइसी ने डिजिटल परिवर्तन को अपनाते हुए विभागीय प्रक्रियाओं के स्वचालन पर विशेष ध्यान दिया है और करदाताओं की सेवा से संबंधित सुधार के लिए सभी संबंधित हितधारकों के साथ सहयोगात्मक दृष्टिकोण अपनाया है, जिससे करदाताओं को व्यापार में सहूलियत मिल सके। प्रधान महानिदेशक, माल एवं सेवाकर आसूचना महानिदेशालय नई दिल्ली संजय कुमार अग्रवाल ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

26 अधिकारी कर्मचारियों को विशिष्ट सेवा रिकार्ड : अलंकरण समारोह में सीबीआइसी के 26 अधिकारी व कर्मचारियों को उनके 'विशिष्ट सेवा रिकार्ड' के लिए राष्ट्रपति प्रशंसा प्रमाणपत्र प्रदान किया गया। इन अधिकारियों का चयन संबंधित सेवा क्षेत्र में वर्षों से उनके अनुकरणीय प्रदर्शन के आधार पर किया गया था। चुने गए पुरस्कार विजेताओं में सेवा के सभी संवर्गों के अधिकारी शामिल हैं, जिन्होंने तस्करी की रोकथाम करके चोरी का पता लगाने, व्यापार आधारित मनी लांड्रिंग और विदेशी मुद्रा उल्लंघन का पता लगाने के अलावा कर संचय में योगदान दिया। इसके अलावा इन अधिकारियों ने विभाग से संबंधित विभिन्न अन्य कार्यों जैसे नीति निर्माण, राजस्व संग्रह, व्यावसायिक प्रक्रियाओं का स्वचालन, क्षमता निर्माण व प्रशिक्षण के क्षेत्र में लगातार उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है।

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