बहराइच: KYC के नाम पर लाखों उड़ाने वाले 'रायबरेली' के दो शातिर साइबर अपराधी गिरफ्तार

बहराइच में केवाइसी अपडेट करने के नाम पर पैसे उड़ाने वाले साइबर ठग गिरफ्तार। केवाइसी अपडेट करने के नाम पर बैंक उपभोक्ताओं को अपनी बातों में उलझाते हुए उनके खातों से लाखों की रकम निकाल ली गई। इस मामले में देहात कोतवाली में मुकदमा भी दर्ज हुआ था।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Mon, 26 Oct 2020 03:53 PM (IST) Updated:Mon, 26 Oct 2020 03:53 PM (IST)
बहराइच: KYC के नाम पर लाखों उड़ाने वाले 'रायबरेली' के दो शातिर साइबर अपराधी गिरफ्तार
बहराइच में केवाइसी अपडेट करने के नाम पर पैसे उड़ाने वाले साइबर ठग गिरफ्तार।

बहराइच, जेएनएन। जिले में केवाइसी अपडेट करने के नाम पर बैंक उपभोक्ताओं को अपनी बातों में उलझाते हुए उनके खातों से लाखों की रकम निकाल ली गई। इस मामले में देहात कोतवाली में मुकदमा भी दर्ज हुआ था। मामले की जांच साइबर सेल को सौंपी गई थी। सेल प्रभारी ने मामले में दो शातिर साइबर अपराधियों को गिरफ्तार घटना का राजफाश कर दिया।

एसपी डॉ.विपिन कुमार मिश्र ने बताया कि देहात कोतवाली निवासी युवक के खाते से साइबर अपराधियों ने दो लाख पांच हजार रुपये केवाइसी अपडेट करने के नाम पर निकाल लिए थे। पूरे घटनाक्रम को इस तरीके से अंजाम दिया कि उपभोक्ता को इसकी भनक तक नहीं लग सकी। दर्ज मुकदमे की जांच साइबर सेल प्रभारी निखिल श्रीवास्तव को सौंपी गई थी। टीम गठित कर सेल प्रभारी ने एसआइ सौरभ सिंह, राघवेंद्र प्रताप सिंह, आरक्षी प्रदीप गंगवार, रचित, नीरज व देहात कोतवाली के निरीक्षक बाबूराम यादव आरक्षी दीपांशु राजेश के साथ विवेचना शुरू की तो दो साइबर अपराधियों को पुलिस ने धर दबोचा। पकड़े गए आरोपित अजय कुमार निवासी तिलेंडा थाना बछरांवा व अनिरुद्ध कुमार निवासी पिंडौली बंकागढ़ थाना शिवगढ़ जिला रायबरेली के रहने वाले हैं। इनके पास से तीन मोबाइल, जियो का वाइ-फाइ व कई अन्य सामान बरामद किया गया।

टीमविवर एप डाउनलोड कराकर खातों से उड़ाते थे रकम

एसपी ने बताया कि पकड़े गए साइबर अपराधियों ने पूछताछ में बताया कि वह अलग-अलग सिम से बैंक उपभोक्ताओं को फोन कर केवाइसी अपडेट करने के बहाने उनकी बैंक डिटेल ले लेते थे। साथ ही बातों में उलझाकर उनकी मदद के बहाने उनके मोबाइल पर टीमविवर एप डाउनलोड करवा देते थे। इसके बाद उपभोक्ताओं उनके नियंत्रण में आ जाता था। इसके बाद खातों से रकम उड़ा दी जाती थी।

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