बाराबंकी में चुनाव प्रचार के दौरान दो पक्षों में चले ईंट-गुम्मे, वाहनों-घरों की खिड़कियां टूटी; कई घायल

गुरुवार की रात करीब एक बजे निवर्तमान प्रधान आनंद नरायण बबलू सिंह अपने समर्थक के साथ जा रहे थे। आरोप है कि पूर्व प्रधान के समर्थक ने रास्ते पर चारपाई डाल रखी थी। इसको लेकर दोनों पक्ष में कहासुनी हुई।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Fri, 16 Apr 2021 03:41 PM (IST) Updated:Fri, 16 Apr 2021 07:36 PM (IST)
बाराबंकी में चुनाव प्रचार के दौरान दो पक्षों में चले ईंट-गुम्मे, वाहनों-घरों की खिड़कियां टूटी; कई घायल
बाराबंकी में समर्थकों के विवाद में भिड़े प्रधान पद के दावेदार।

बाराबंकी, जेएनएन। इंदरपुर गांव में रात में चुनावी प्रतिद्वंद्विता को लेकर दो पक्ष में विवाद हो गया। समर्थकों के बीच हुए विवाद के बाद प्रधान पद के दावेदार भिड़ गए। इसके बाद दोनों पक्ष में ईंट-गुम्मे और लाठी-डंडे चले। काफी देर तक ईंटों का वार चला। चुनाव प्रचार के दौरान हुए विवाद में दर्जनभर लोग चोटिल हुए। दोनों पक्ष एक दूसरे पर हमलावर बताए जा रहे हैं। सीओ पंकज सिंह, कोतवाल रामसनेहीघाट, चौकी इंचार्ज हथौंधा समेत भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा। घायलों को उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया। दर्जनभर लोग हिरासत में लिए गए।

दरियाबाद ब्लाक का इंदरपुर गांव कोतवाली रामसनेहीघाट के हथौंधा चौकी क्षेत्र में है। यहां पर गुरुवार की रात करीब एक बजे निवर्तमान प्रधान आनंद नरायण बबलू सिंह अपने समर्थक के साथ जा रहे थे। आरोप है कि पूर्व प्रधान के समर्थक ने रास्ते पर चारपाई डाल रखी थी। इसको लेकर दोनों पक्ष में कहासुनी हुई। हनुमान के दरवाजे पर चारपाई डालने को लेकर हुए विवाद में दोनों पक्ष एक दूसरे के समर्थकों पर मार्ग अवरुद्ध करने का आरोप लगाने लगे। दूसरा पक्ष भी प्रचार कर रहा था। यहां पर मारपीट शुरू हो गई।

समर्थकों की लड़ाई दावेदारों तक पहुंच गई। कुछ ही देर में जमकर ईंट गुम्मे चलने लगे। रात में चले ताबड़तोड़ गुम्मे से भगदड़ मच गई। दोनों पक्ष के कई वाहन, घर की खिड़कियां आदि क्षतिग्रस्त हो गईं। देवेंद्र पिंटू ने बताया कि रामचन्द्र सिंह पहले विपक्षी दावेदार के समर्थक थे, इस बार वो मेरे समर्थक हैं। इसको लेकर विवाद हुआ है। सीओ पंकज सिंह ने बताया कि चुनाव प्रचार के दौरान विवाद हुआ है। दोनों पक्ष से छह-छह लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है।

कई दिन से चली आ रही थी तनातनी : इंदरपुर गांव में चुनाव में सीट अनारक्षित होने के बाद से ही तनातनी शुरू हो गई थी। यहां देर रात तक प्रचार जारी रहता है। पिछले पंचायत चुनाव में भी यहां तनातनी का माहौल रहा। 

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