लखनऊ में जमीनी विवाद में खूनी संघर्ष, फायरिंग में दो घायल; पारा पुलिस पर लापरवाही का आरोप

लखनऊ पारा थानाक्षेत्र के रामपुर इलाके की घटना। क्षेत्र में तनाव को देखते हुए भारी पुलिस बल तैनात। संघर्ष के दौरान दोनों पक्षों में जमकर मारपीट और फायरिंग। पुलिस पर लापरवाही का आरोप पहले भी हो चुका है विवाद।

By Divyansh RastogiEdited By: Publish:Fri, 27 Nov 2020 02:17 PM (IST) Updated:Fri, 27 Nov 2020 02:17 PM (IST)
लखनऊ में जमीनी विवाद में खूनी संघर्ष, फायरिंग में दो घायल; पारा पुलिस पर लापरवाही का आरोप
लखनऊ : पारा थानाक्षेत्र के रामपुर इलाके की घटना। क्षेत्र में तनाव को देखते हुए भारी पुलिस बल तैनात।

लखनऊ, जेएनएन। राजधानी में पारा क्षेत्र के रामपुर इलाके में जमीनी विवाद को लेकर किसान और प्रापर्टी डीलर के बीच विवाद के बाद खूनी संघर्ष हो गया। संघर्ष के दौरान दोनों पक्षों में जमकर मारपीट और फायरिंग हुई। फायरिंग के दौरान प्रापर्टी डीलर और किसान दोनों क गोली लगी। दोनों को गंभीर हालात में ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है। इस दौरान कई अन्य लोग मारपीट में घायल हुए। क्षेत्र में तनाव को देखते हुए भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।

ये है पूरा मामला 

मामला पारा थानाक्षेत्र के रामपुर इलाके का है। यहां के निवासी किसान उमेश रावत की गांव में ही जमीन है। इंस्पेक्टर पारा त्रिलोकी सिंह ने बताया कि बीते साल उमेश की एक जमीन का प्रापर्टी डीलर सुनील ने एग्रीमेंट कराया था। सुनील ने आधे रुपये ही दिए थे। वहीं, उमेश रुपयों की मांग कर रहे थे और सुनील जमीन वापस भी नहीं दे रहा था। शुक्रवार को सुनील जमीन पर बनी नाली और रास्ते पर खुदाई करा रहा था। जानकारी पर उमेश पहुंचे और उन्होंने विरोध किया। विरोध के दौरान दोनों पक्षों में गाली-गलौज हुई। देखते ही देखते दोनों पक्षों में मारपीट के बीच फायरिंग हुई। इस दौरान उमेश के पेट और सुशील के पैर में गोली लगी। दोनों को गंभीर हालत में ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है। वहीं, क्षेत्र में तनाव को देखते हुए भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। इंस्पेक्टर त्रिलोकी सिंह ने बताया कि दोनों पक्षों में जमीनी विवाद को लेकर मारपीट और फायरिंग हुई है। घायलों को ट्रामा में भर्ती कराया गया है। मामले की जांच की जा रही है, जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर कार्यवाही की जाएगी।

पुलिस पर लापरवाही का आरोप, पहले भी हो चुका है विवाद

स्थानीय लोगों ने और पीड़ित पक्ष ने पारा पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया है। आरोप है कि पहले भी दोनों पक्षों में विवाद हुआ था। मामले की शिकायत थाने में भी हुई थी पर पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की। पुलिस अगर उस समय कार्यवाही करती तो आज इतनी बड़ी घटना न होती। पुलिस की लापरवाही के कारण इतनी बड़ी घटना हुई है।

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