Coronavirus Effect in Sultanpur: कोरोना काल में एंबुलेंस में गूंजी ढाई सौ नवजातों की किलकारियां

कई अवसरों पर तो ग्रीन कॉरीडोर बनाकर जच्चा-बच्चा को स्वास्थ्य केंद्र तक पहुंचाने का काम किया गया। इसके अलावा 108 एंबुलेंस से 11 हजार मरीजों को सेवा दी गई। एडवांस लाइफ सपाेर्ट एंबुलेंस से 650 गंभीर मरीजाें को इलाज के लिए लखनऊ रेफर किया गया।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Thu, 17 Jun 2021 12:21 PM (IST) Updated:Thu, 17 Jun 2021 12:21 PM (IST)
Coronavirus Effect in Sultanpur: कोरोना काल में एंबुलेंस में गूंजी ढाई सौ नवजातों की किलकारियां
पिछले पांच माह के भीतर 102 एंबुलेंंस से 26 हजार महिलाओं को व‍िभ‍िन्‍न अस्पताल पहुंचाया गया।

सुलतानपुर, [हरीराम गुप्ता]। कोरोना काल में बेहतर सेवा कर हजारों लोगों की जान बचाने की गवाह बनी एंबुलेंस की भीतरी दीवारें नवजातों की किलकारियों से भी गूंजती रही। पांच माह में इलाज के लिए अस्पताल ले जाते वक्त एंबुलेंस में ही ढाई सौ महिलाओं ने मासूमों को जन्म दे दिया। सुरक्षित प्रसव कराकर एंबुलेंस कर्मी जच्चा-बच्चा को अस्पताल पहुंचाकर उनकी जि‍ंदगी बचाने का भी काम कर रहे हैं।

जिले में वर्तमान में 102 की 39, 108 की 33 व एडवांस लाइफ सपोर्ट (एएलएस) की चार एंबुलेंस गाडिय़ों से शहरी व ग्रामीणांचल की जनता को स्वास्थ्य सेवाओं से लाभांवित किया जा रहा है। इसमें 102 की गाडिय़ों का प्रयोग प्रसव से पीडि़त महिलाओं को अस्पताल पहुंचाने व घर लाने के लिए लिया जाता है। किसी भी हादसे व दुर्घटना से हताहत लोगों को अस्पताल पहुचांने के लिए 108 एंबुलेंस की मदद ली जाती है। अत्याधुनिक सुविधाओं से लैश चार एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस की तैनाती भी जिला अस्पताल में की गई है। इन गाडिय़ों का प्रयोग गंभीर मरीजों को लखनऊ व अन्य हायर सेंटर पर पहुंचाने के लिए किया जाता है। कोरोना काल में आधे से अधिक गाडिय़ों को कोविड ड्यूटी में लगा दिया गया था। बावजूद इसके अन्य सेवाएं भी इनके द्वारा लगातार की जाती रही है।

आंकड़ों के मुताबिक पिछले पांच माह के भीतर 102 एंबुलेंंस से 26 हजार महिलाओं को सामुदायिक, प्राथिमिक स्वास्थ्य केंद्रों के अलावा जिला महिला अस्पताल पहुंचाया गया। इनमें अस्पताल ले जाते वक्त ढाई सौ गर्भवती महिलाओं ने एंबुलेंस में ही बच्चे को जन्म दे दिया। कई अवसरों पर तो ग्रीन कॉरीडोर बनाकर जच्चा-बच्चा को स्वास्थ्य केंद्र तक पहुंचाने का काम किया गया। इसके अलावा 108 एंबुलेंस से 11 हजार मरीजों को सेवा दी गई। एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस से 650 गंभीर मरीजों को इलाज के लिए लखनऊ रेफर किया गया। 108 एंबुलेंस सेवा के प्रोग्राम मैनेजर सुमित प्रताप सि‍ंह ने बताया कि प्राथमिक चिकित्सा से प्रशिक्षित एंबुलेंस कर्मी अपनी सेवाओं से लोगों को लाभांवित कर रहे हैं।  

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