हैदराबाद से बचाए गए 266 कछुए लखनऊ लौटे, गोमती नदी से किया गया था कछुओं का शिकार

टर्टल सर्वाइवल एलायंस (टीएसए) के इनपुट पर राज्य को कछुए सौंपने के लिए पवन कुमार शर्मा ने तेलंगाना वन विभाग से संपर्क किया। दोनों राज्यों ने तेजी से कार्यवाही करते हुए 19 सितंबर को कछुए लखनऊ पहुंच गए हैं। उन्हें कुकरैल घडिय़ाल केंद्र में रखा गया है।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Mon, 20 Sep 2021 07:20 AM (IST) Updated:Mon, 20 Sep 2021 11:15 AM (IST)
हैदराबाद से बचाए गए 266 कछुए लखनऊ लौटे, गोमती नदी से किया गया था कछुओं का शिकार
लखनऊ कुकरैल की प्रयोगशाला में फिलहाल 29 दिन रहेंगे।

लखनऊ, जागरण टीम। तेलंगाना राज्य के हैदराबाद में जब्त किए गए 266 कछुए लखनऊ वापस आ गए हैं, उन्हें कुकरैल घडिय़ाल केंद्र की जलीय जीव विज्ञान प्रयोगशाला में 29 दिन के लिए रखा गया है, इसके बाद उन्हें गोमती नदी में फिर से छोड़ा जाएगा। हैदराबाद में अगस्त के पहले हफ्ते में इन कछुओं को जब्त किया गया था और दो अपराधियों को हिरासत में लिया गया। पूछताछ में अपराधियों ने स्वीकारा कि कछुओं को गोमती नदी से शिकार किया था। अदालत के आदेश पर कार्रवाई होने तक कछुओं को नेहरू जूलाजिकल पार्क में अस्थायी रूप से रखा गया था।

टर्टल सर्वाइवल एलायंस (टीएसए) के इनपुट पर राज्य को कछुए सौंपने के लिए पवन कुमार शर्मा ने तेलंगाना वन विभाग से संपर्क किया। दोनों राज्यों ने तेजी से कार्यवाही करते हुए 19 सितंबर को कछुए लखनऊ पहुंच गए हैं। उन्हें फिलहाल कुकरैल घडिय़ाल केंद्र की जलीय जीव विज्ञान प्रयोगशाला में रखा गया है, इसके बाद उन्हें गोमती नदी में छोड़ा जाएगा। टीएसए इंडिया लखनऊ के निदेशक डा. शैलेंद्र सि‍ंह ने बताया कि कछुओं की ये सुंदर प्रजाति है। इनको घरों में पालने के लिए अवैध रूप से व्यापार के लिए पकड़ा जाता है।

प्रधान मुख्य संरक्षक (वन्यजीव) पीके शर्मा ने कछुओं को सौंपने के लिए तेलंगाना वन विभाग से संपर्क किया गया था, जिसे उन्हें जल्द से जल्द उनके अनुकूल प्राकृतवास में लाया जा सके। शर्मा ने मुख्य वन संरक्षक (लखनऊ मंडल) आरके सिंह और प्रभागीय वनाधिकारी (अवध क्षेत्र) डा. रवि कुमार सिंह को आवश्यक कागजात तैयार कर तेलंगाना वन विभाग से संपर्क करने को कहा था।

टीएसए ने वन्यजीव संरक्षण सोसायटी पूर्वीघाट से तालमेल करते हुए कछुओं का स्वास्थ्य परीक्षण, मानक के हिसाब से उनकी पैकेजिंग और एअर इंडिया के विमान से यहां लाने की योजना बनाई गई। टीएसए की जीव विज्ञानी अरूणिमा सिंह ने रविवार को इन कछुओं को अमौसी हवाई अड्डे पर रिसीव किया। इस प्रजाति के कछुओं को एक्वेरियम में रखा जाता है, क्योंकि यह सुंदर दिखते हैं। ये गोमती नदी और वेटलैंड में ही पाए जाते हैं।

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