लखनऊ में वसूली के आरोप में टीएसआइ सस्पेंड, गुजरात के ट्रक चालक से मांगे थे बीस हजार रुपये

ट्रक में जीपीएस लगा था। चालक ने जब मालिक रमेश चंद्र को बताया कि यहां नो एंट्री में उसे रोका गया है और दारोगा 20 हजार रुपये का चालान कर रहे हैं। इसके बाद रमेश चंद्र ने जीपीएस से चेक किया तो वह प्वाइंट नो एंट्री का नहीं था।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Mon, 17 May 2021 11:14 PM (IST) Updated:Tue, 18 May 2021 06:49 AM (IST)
लखनऊ में वसूली के आरोप में टीएसआइ सस्पेंड, गुजरात के ट्रक चालक से मांगे थे बीस हजार रुपये
नो-एंट्री में प्रवेश की बात कहकर 20 हजार रुपये चालान का बनाया था दबाव

लखनऊ, जेएनएन। अहिमामऊ चौराहे पर गुजरात के ट्रक चालक को रोककर वसूली की नीयत से उस पर 20 हजार रुपये चालान का दबाव बनाने के आरोप में टीएसआइ (ट्रैफिक सब इंस्पेक्टर) रंजीत पाठक को डीसीपी ट्रैफिक ख्याति गर्ग ने सोमवार को सस्पेंड कर दिया। टीएसआइ की विभागीय जांच के लिए टीम गठित की है, जो टीएसआइ पर लगे आरोपों की जांच करेगी।

डीसीपी ट्रैफिक के मुताबिक रविवार दोपहर टीएसआइ रंजीत पाठक अहिमामऊ में अपने ड्यूटी प्वाइंट पर थे। इस दौरान उन्होंने गुजरात प्रांत का एक ट्रक रोका। ट्रक के मालिक गुजरा निवासी रमेश चंद्र हैं। उनका ट्रांसपोर्ट का कारोबार है। आरोप है कि टीएसआइ ने चालक को रोका और उससे कहा कि नो एंट्री में कैसे आ गए। इसके बाद उससे कागज लिए। कागज देखने के बाद उस पर 20 हजार रुपये चालान का दबाव बनाया। इसके बाद चालान के एवज में रुपयों की मांग की। चालक ने अपने मालिक को मामले की जानकारी दी। मालिक रमेश चंद्र ने टीएसआइ की शिकायत की थी। इसके बाद प्रथम दृष्टया टीएसआइ दोषी साबित हुए। हालांकि तथ्यों की पुष्टि के लिए मामले की जांच कराई जा रही है।

जीपीएस से मालिक ने पता की हकीकत : ट्रक में जीपीएस लगा था। चालक ने जब मालिक रमेश चंद्र को बताया कि यहां नो एंट्री में उसे रोका गया है और दारोगा 20 हजार रुपये का चालान कर रहे हैं। इसके बाद रमेश चंद्र ने जीपीएस से चेक किया तो वह प्वाइंट नो एंट्री का नहीं था। रमेश चंद्र ने डीसीपी ट्रैफिक से मामले की शिकायत की थी। उन्होंने ट्रक चालक द्वारा दिखाए गए कागजों को भी वाट्सएप क‍िया था।

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