लखनऊ में ट्रैफ‍िक पुल‍ि‍स के दफ्तर में पड़े हैं सात लाख वाहनों के चालान, भेजने में बड़ा स‍िरदर्द बना यह कारण

पुलिसकर्मी अवैध पार्किंग बिना हेलमेट के दो-पहिया वाहन बिना सीट बेल्ट के कार और तेज रफ्तार वाहन चलाने वालों का चालान पे चालान कर रही है। ट्रैफिक पुलिस का एक बड़ा सिर दर्द दफ्तर में बीते एक साल से रखे करीब सात लाख चालान हैं जो धूल खा रहे हैं।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Tue, 28 Sep 2021 05:19 PM (IST) Updated:Wed, 29 Sep 2021 06:59 AM (IST)
लखनऊ में ट्रैफ‍िक पुल‍ि‍स के दफ्तर में पड़े हैं सात लाख वाहनों के चालान, भेजने में बड़ा स‍िरदर्द बना यह कारण
जिनके कटे चालान उनके गलत पते और मोबाइल, अब खोज रही ट्रैफिक पुलिस।

लखनऊ, जागरण संवाददाता। अत्याधुनिकता के दौर में जब ट्रैफिक पुलिस आइटीएमएस (इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम) के माध्यम से चौराहों पर लगे कैमरों से ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों के चालान कर रही है। वहीं, चौराहों पर तैनात पुलिसकर्मी भी अवैध पार्किंग, बिना हेलमेट के दो-पहिया वाहन, बिना सीट बेल्ट के कार और तेज रफ्तार वाहन चलाने वालों का चालान पे चालान कर रही है। वहीं, ट्रैफिक पुलिस का एक बड़ा सिर दर्द दफ्तर में बीते एक साल से रखे करीब सात लाख चालान हैं जो धूल खा रहे हैं। इन चालानों में वाहन स्वामियोंं की गाड़ी के रजिस्ट्रेशन में जो पते और मोबाइल नंबर दर्ज हैं वह सब बदल गए हैं। यह चालान वाहन स्वामियों तक नहीं पहुंच पा रहे हैं।

कार में हेलमेट और बाइक पर सीट बेल्ट न लगाने पर भी किए गए चालान :  वजीरगंज गोलागंज निवासी इरफान अली का बीते 11 अप्रैल को कार पर हेलमेट न पहनने का चालान हुआ।  मोहनलालगंंज सिसेंडी निवासी दिलराम सिंह के ट्रैक्टर का चालान हुआ। जिसमें डीसीएम की फोटो लग कर गई। इंदिरानगर सेक्टर 11 निवासी दीपक महाजन का कार में हेलमेट न पहनने पर चालान। 

हर माह करीब ऐसे होते हैं 100 चालान, कमेटी करती है कैंसिल : जानकारी के मुताबिक हर माह करीब 100 चालान ऐसे होते हैं जो जिनमें बाइक पर सीट बेल्ट न लगाने अथवा चालान पर वाहन की गलत फोटो दर्शायी जाती है। इसके लिए डीसीपी दफ्तर में तीन सदस्यीय कमेटी बनी है। जो इस तरह के हुए चालानों की शिकायतों पर उनका परीक्षण करके कैंसिल करती है। डीसीपी ट्रैफिक रईश अख्तर ने बताया कि यह गलती चालान की फोटो अपलोड करने के दौरान होती है। ट्रैफिक पुलिस के साथ ही स्थानीय पुलिस भी मोबाइल से ई-चालान करती है। मोबाइल से करीब रोजाना 1200-1500 चालान होते हैं। चालान करने के दौरान फोटो अपलोड करने में दिक्कतें आती हैं। इस कारण ऐसे चालान होते हैं। इस व्यवस्था को भी ठीक कराया जा रहा है।

बड़ी संख्या में ऐसे चालान हैं, जिनके वाहन नंबर के रजिस्ट्रेशन पर गलत पते और मोबाइल नंबर दर्ज हैं। उनकी पड़ताल कराई जा रही है। इस कारण उन्हें चालान भेजने में दिक्कते आ रही हैं।   -रईश अख्तर, डीसीपी ट्रैफिक

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