रायबरेली में रामलीला मैदान में दुकानें नहीं लगाने पर व्यापारियों का आक्रोश, दुकानें बंद कर विरोध प्रदर्शन

रेलवे स्टेशन रोड स्थित रामलीला मैदान में दुकानें लगाने पर मना किए जाने से व्यापारी आक्रोशित हो गए। उन्होंने दुकानें बंद कर विरोध प्रदर्शन किया। पुलिस प्रशासन के अधिकारी वार्ता कर समस्या के समाधान की कोशिश कर रहे हैं।

By Rafiya NazEdited By: Publish:Tue, 12 Oct 2021 01:06 PM (IST) Updated:Tue, 12 Oct 2021 01:06 PM (IST)
रायबरेली में रामलीला मैदान में दुकानें नहीं लगाने पर व्यापारियों का आक्रोश, दुकानें बंद कर विरोध प्रदर्शन
रायबरेली में दुकानें बंद कर व्यापारियों ने किया विरोध प्रदर्शन।

रायबरेली, संवाद सूत्र। रेलवे स्टेशन रोड स्थित रामलीला मैदान में दुकानें लगाने पर मना किए जाने से व्यापारी आक्रोशित हो गए। उन्होंने दुकानें बंद कर विरोध प्रदर्शन किया। पुलिस प्रशासन के अधिकारी वार्ता कर समस्या के समाधान की कोशिश कर रहे हैं।

कस्बे के रेलवे स्टेशन रोड पर करीब पांच बीघा भूमि रामलीला मैदान के नाम है। भूमि कस्बे के बीचोबीच होने की वजह से वेशकीमती है। इस पर दशकों से दुर्गा पूजा व रामलीला के मंचन के साथ दशहरा मेला का आयोजन होता था। करीब 15 वर्ष पूर्व लेखपाल व राजस्व अधिकारियों की मिलीभगत से एक व्यक्ति ने उक्त भूमि को अपने नाम करवा लिया। इसको लेकर रामलीला कमेटी के कृष्ण चंद जायसवाल ने सूरजमल मुरारका पर गलत तरीके से जमीन को नापने का आरोप लगाते हुए न्यायालय में वाद दायर किया था। उच्च न्यायालय द्वारा वाद का निस्तारण करते हुए फैसला रामलीला कमेटी के पक्ष में कर दिया गया। दूसरे पक्ष ने उच्च न्यायालय के फैसले के खिलाफ संबंधित न्यायालय में फिर से याचिका दायर की है। इसके बाद कमेटी द्वारा मैदान पर मेला लगवाया जा रहा था। इस पर दूसरे पक्ष द्वारा लगातार रोक लगाई जा रही है।

इसकी वजह से दोनों पक्षों में तनाव की स्थिति पैदा हो गई है। स्थानीय प्रशासन लगातार दोनों पक्षों के बीच सुलह समझौते का प्रयास कर रहा है, लेकिन मामला सुलझते हुए दिखाई नहीं पड़ रहा है। मंगलवार की सुबह मेला कमेटी द्वारा उप जिलाधिकारी से मैदान पर मेला लगवाए जाने की फिर से मांग की गई। इस पर एसडीएम विनय कुमार ने दोनों पक्षों को कोतवाली में बैठा कर आपस में विचार विमर्श करने की बात कही। करीब एक घंटे तक प्रशासन दोनों पक्षों को समझाता रहा लेकिन दूसरे पक्ष से प्रकाश मुरारका रामलीला मैदान पर मेला लगाए जाने को लेकर तैयार नहीं हुए। रामलीला कमेटी व व्यापारियों के आह्वान पर व्यापारियों ने विरोध जताते हुए कस्बे की दुकानें बंद कर दीं। प्रशासन के विरोध में जमकर नारेबाजी की। एसडीएम ने बताया कि दोनों पक्षों को बैठाकर आपसी सहमति से मेला लगवाने की कोशिश की गई थी। उच्च न्यायालय द्वारा रामलीला मैदान पर मेला लगवाने की बात नहीं कही गई है। शासन से उक्त मैदान पर मेला लगाए जाने की अनुमति के बाद ही कुछ हो सकेगा।

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