दुधवा जाना है तो मौसम को देखकर बनाएं प्रोग्राम, इस सीजन में तीन बार रुक चुका है पर्यटन

किशनपुर में अभी भी चालू है पर्यटन गतिविधियां। बावजूद इसके पर्यटकों व राजस्व में अपेक्षाकृत हुई वृद्धि।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Thu, 09 Jan 2020 08:45 PM (IST) Updated:Fri, 10 Jan 2020 08:24 AM (IST)
दुधवा जाना है तो मौसम को देखकर बनाएं प्रोग्राम, इस सीजन में तीन बार रुक चुका है पर्यटन
दुधवा जाना है तो मौसम को देखकर बनाएं प्रोग्राम, इस सीजन में तीन बार रुक चुका है पर्यटन

लखीमपुर, जेएनएन। दो दिन से रुक-रुककर हो रही बरसात के कारण एक बार फिर दुधवा नेशनल पार्क में पर्यटन बंद कर दिया गया है। अभी केवल दो दिन के लिए पर्यटन गतिविधियों पर रोक लगाई गई है, लेकिन मौसम ठीक न होने पर इसे और बढ़ाया जा सकता है।

हालांकि किशनपुर में पर्यटकों को घूमने दिया जा रहा है, वहां पर कोई रोक नहीं है। दुधवा के पर्यटन पर संकट के बादल छाए हुए है। एक बार पुन: वर्षा के चलते पर्यटन को बंद किया गया है। यह तीसरा मौका है जब इस सत्र में पर्यटकों को जंगल जाने से रोका गया है। इससे पहले दो बार और बरसात के कारण पर्यटन को स्थगित किया जा चुका है। पार्क से गुजरी पीडब्ल्यूडी की सड़क को छोड़कर दुधवा के समस्त आंतरिक मार्ग कच्चे हैं। जिनके अधिक वर्षा होने के कारण खराब होने की पूरी आशंका बनी रहती है।

मार्ग खराब हो जाने से वन एवं वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए पेट्रोल‍िंग एवं गश्त भी प्रभावित होती है। इसके साथ ही पर्यटकों की सुरक्षा भी जरुरी होती है। बरसात से मार्ग खराब होने के चलते कच्चे रास्तों पर वाहन फंसने की संभावना बनी रहती हैं जो पर्यटकों की सुरक्षा के दृष्टि से क‍िंचित मात्र भी सही नहीं है। इसलिए रास्ते खराब होने की दशा में पर्यटन गतिविधियों को रोक दिया जाता है। पार्क प्रशासन किसी भी दशा में पर्यटकों की सुरक्षा को लेकर रिस्क नहीं ले सकता। यही कारण है कि वर्षा के चलते इस पर्यटन सत्र के डेढ़ माह के अल्पकाल में अब तक दुधवा में पर्यटन तीसरी बार बंद किया गया है, लेकिन पर्यटन सीजन को ध्यान में रखते हुए किशनपुर में सैलानियों को घूमने दिया जा रहा है वहां पर इस तरह की कोई रोक नहीं लगाई गई है।

क्या कहते हैं जिम्मेदार

पार्क के उपनिदेशक मनोज सोनकर का कहना है कि बरसात के कारण मार्ग खराब होने के चलते बार-बार दुधवा में पर्यटन को रोकना पड़ रहा है। पर किसी दुर्घटना के लिए रिस्क नहीं लिया जा सकता है। उन्होंने बताया कि इसके बावजूद भी विगत वर्षों की अपेक्षा इस वर्ष तुलनात्मक रूप से पर्यटकों एवं पर्यटकों से प्राप्त हुए राजस्व में वृद्धि हुई है।  

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