तीन सेवानिवृत्त अफसर ग्रीन कारिडोर में एलडीए की करेंगे मदद, खाका तैयार

लखनऊ विकास प्राधिकरण के सचिव पवन कुमार गंगवार की अध्यक्षता में गठित पैनल द्वारा सेवानिवृत्त मुख्य अभियंता का साक्षात्कार हो चुका है इसमें छह अभियंताओं ने शिरकत की। माना जा रहा है इसी सप्ताह चयनित मुख्य अभियंता के नाम जारी कर दिया जाएगा।

By Rafiya NazEdited By: Publish:Sun, 06 Jun 2021 12:45 PM (IST) Updated:Mon, 07 Jun 2021 07:04 AM (IST)
तीन सेवानिवृत्त अफसर ग्रीन कारिडोर में एलडीए की करेंगे मदद, खाका तैयार
लखनऊ विकास प्राधिकरण10 जून को वास्तुविद व डिप्टी कलेक्टर का होगा साक्षात्कार।

लखनऊ, जेएनएन। मुख्यमंत्री द्वारा ग्रीन कारिडोर में विशेष रुचि लेने के कारण नोडल एजेंसी लखनऊ विकास प्राधिकरण ने शहीद पथ से आइआइएम रोड तक बनने वाले ग्रीन कारिडोर को सबसे प्रमुख प्रोजेक्ट में लेकर काम कर रही है। लविप्रा उपाध्यक्ष, सचिव व मुख्य अभियंता सीधे मानीटरिंग करेंगे। यही नहीं ग्रीन कारिडोर के लिए सेवानिवृत्त मुख्य अभियंता, डिप्टी कलेक्टर और वास्तुविद का चयन किया जा रहा है। यह तीन सेवानिवृत्त अफसरों की टीम के पास सिर्फ एक काम होगा, ग्रीन कारिडोर को गति देन का। यही टीम सभी विभागों से सामंजस्य बनाएगी और नोडल एजेंसी को पल पल की रिपोर्ट देगी। यही तीन अफसर डीपीआर तैयार कर रही निजी प्रोजेक्ट सलाहकार से भी मीटिंग करेंगी और लविप्रा के उच्चाधिकारियों को सूचित करेंगे।

लविप्रा सचिव पवन कुमार गंगवार की अध्यक्षता में गठित पैनल द्वारा सेवानिवृत्त मुख्य अभियंता का साक्षात्कार हो चुका है, इसमें छह अभियंताओं ने शिरकत की। माना जा रहा है इसी सप्ताह चयनित मुख्य अभियंता के नाम जारी कर दिया जाएगा। वहीं दस जून को सेवानिवृत्त डिप्टी कलेक्टर और वास्तुविद का साक्षात्कार प्रकिया पूरी कर ली जाएगी। लविप्रा के मुख्य अभियंता इन्दु शेखर सिंह ने बताया कि अक्टूबर से नवंबर के बीच जमीन पर काम शुरू करने की योजना है। इससे पूर्व सारी तैयारी सभी विभाग अपनी ओर से करने का प्रयास कर रहे हैं। नोडल एजेंसी होने के

कारण लविप्रा के ऊपर जिम्मेदारी ज्यादा है, इसलिए एक भी दिन खराब किए काम किया जा रहा है। तीन सदस्यीय टीम का सबसे ज्यादा काम होगा। टीम को लविप्रा में ही कार्यालय बनाने का स्थान उपलब्ध कराएगा। उद्देश्य होगा कि संबंधित अफसर लविप्रा उपाध्यक्ष, सचिव व मुख्य अभियंता से संपर्क में बने रहे।

चार लेन रोड के किनारे वाणिज्यक गतिविधियां भी तलाशेगी निजी एजेंसी

डीपीआर बना रही प्रोजेक्ट सलाहकार टाटा कंसल्टेंसी इंजीनियिंग डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करने के साथ साथ सड़कों के किनारे वाणिज्यक गतिविधियों को तरजीह देगी। उदाहरण के तौर पर बीस किलोमीटर के पैच में कितने पेट्रोल पंप खुल सकते हैं। इसके अलावा रेस्टाेरंट, अधिक जमीन पर होने पर मॉल या फिर आवासीय गतिविधियों को बढ़ावा दिया जा सकता है। क्योंकि ग्रीन कारिडोर से शहीद पथ और आउटर रिंग रोड भी भविष्य में कनेक्ट हो जाएगा। इसलिए इस रूट पर रहने वाले लोग पूरे शहर से आसानी से जुड़ सकेंगे।

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