बहराइच में पुत्र को बचाने के लिए छह माह की बच्ची के साथ तालाब में उतर गई मां, पीछे दौड़े दो बच्चे; तीन की मौत
बहराइच के ग्राम पंचायत मंहुरीकला के मजरे नंदोलिया में बीती शाम तालाब में डूबकर तीन भाई-बहनों की मौत के बाद गांव में मातम पसरा है। यह हादसा बकरी चराते समय हुआ। हादसे में मां एवं एक बेटा बचा लिया गया।
बहराइच, संवाद सूत्र। बहराइच के ग्राम पंचायत मंहुरीकला के मजरे नंदोलिया में बीती शाम तालाब में डूबकर तीन भाई-बहनों की मौत के बाद गांव में मातम पसरा है। यह हादसा बकरी चराते समय हुआ। हादसे में मां एवं एक बेटा बचा लिया गया। नायब तहसीलदार विजय कुमार ने घटनास्थल का दौरा किया। वे सभी लोग मृत बच्चों के स्वजन को सांत्वना दे रहे हैं। बुधवार की शाम आरिफ का छह वर्षीय पुत्र फैज घर के पास स्थित तालाब में मछली पकड़ने गया। वहीं उसकी मां सायरा बानो अपने तीनों छोटे बच्चों कैसरून (04), फैज (06) व मैसरून (06) के साथ बकरी चराने गई थी। मछली पकड़ते वक्त अचानक ही फैज का पैर फिसल गया और वह डूबने लगा। बेटे को डूबता देख उसकी मां सायरा बानो अपनी छह माह की बेटी मैसरून को गोदी में लेकर उसे बचाने के लिए दौड़ पड़ी। मां को जाते देख दोनों छोटे बच्चे भी उसके पीछे चल दिए। मां मछली मारने गए अपने बड़े बेटे का फैज को किसी तरह पानी में डूबने से बचा लिया, लेकिन इस बीच मैसरून मां की गोद से गिर गई।
तीन बच्चों के पानी में डूबने से वह अर्ध विक्षिप्त अवस्था में पहुंच गई। इसकी सूचना आरिफ को मिली तो वह गांव से तालाब की ओर भागा। पत्नी तथा बड़े बेटे को किसी तरह सुरक्षित निकाल कर खेत पहुंचाया। तब तक अन्य ग्रामीण भी पहुंच गए और उन्होंने बच्चों को ढूंढना शुरू किया। बहुत मुश्किल से तीनों बच्चों को बाहर निकालकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कैसरगंज पहुंचाया गया, लेकिन तीनों बच्चों की मौत हो गई। इससे गांव में कोहराम मच गया। परिवारजन का क्रंदन देखकर ग्रामीणों की आंखें नम हो गई। प्रभारी निरीक्षक मधूपनाथ मिश्र ने बताया कि विधिक कार्रवाई की जा रही है। तहसीलदार शिवप्रसाद ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।