लखनऊ के JP International का जल्द शुरू होगा काम, सरकार ने दिया 40 करोड़ का बजट
लखनऊ विकास प्राधिकरण लविप्रा की देखरेख में जिस जय प्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय केंद्र का सालों तक काम बंद रहा अब उसे रफ्तार देने की तैयारी है। अगर सब कुछ ठीक रहा तो आगामी एक माह में यहां शेष काम को पूरा करने के लिए काम शुरू कर दिया जाएगा।
लखनऊ, जेएनएन। लखनऊ विकास प्राधिकरण लविप्रा की देखरेख में जिस जय प्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय केंद्र का सालों तक काम बंद रहा, अब उसे रफ्तार देने की तैयारी है। अगर सब कुछ ठीक रहा तो आगामी एक माह में यहां शेष काम को पूरा करने के लिए काम शुरू कर दिया जाएगा। इसे रफ्तार देने के लिए बजट में 40 करोड़ का प्राविधान किया गया है। हालांकि यह रकम काम को फाइनल टच देने में कम होगी, लेकिन काम शुरू होने के बाद इसे बूस्ट अप यानी एक आर्थिक मदद शासन जारी कर सकता है। उद्देश्य होगा कि इसे आम पब्लिक के लिए शुरू किया जा सके और इससे होने वाली आय से राजस्व का ग्राफ बढ़ाया जा सके। बता दें कि यहां की सदस्यता शुल्क ही लाखों में होगी।
गोमती नगर के विपिन खंड में यह प्रोजेक्ट करीब छह साल पहले शुरू किया गया था। उस समय यहां काम काफी तेजी से शुरू हुआ था, लेकिन जांच शुरू होने के बाद काम करीब करीब बंद हो गया था। एक बार फिर परियोजना का रफ्तार देने के साथ ही इसे शुरू करने की तैयारी है। इसे लखनऊ विकास प्राधिकरण कार्यालय के बगल में करीब 18.64 एकड़ क्षेत्रफल में विकसित किया गया है। पूर्व उपाध्यक्ष सत्येंद्र सिंह पर आरोप लगा था कि कई ऐसे काम भी करा दिए गए, जिनकी शासन से अनुमति नहीं ली गई थी, इसकी जांच भी चल रही है।
जय प्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय केंद्र में यह सुविधाएं मिलेंगी
परियोजना के अंतर्गत कन्वेंशन सेंटर की क्षमता दो हजार की होगी कांफ्रेंस हाल की क्षमता करीब एक हजार व्यक्ति की होगी 117 कमरों वाला गेस्ट हाउस बनाया गया है ओलम्पिक साइज का स्वीमिंग पूल, डाइविंग पूल, किड्स पूल लॉन टेनिस, मल्टीपरपज कोर्ट, हेल्थ सेंटर, जिमनेजियम 72 व्यक्ति की क्षमता वाली डारमेट्री स्पा एंड योगा, मदर किचन टेरेस पर ओपन एयर रेस्टोरेंट का प्राविधानओपन एयर थियेटर भी है बना
म्यूजियम ब्लाक के अंतर्गत बेसमेंट में लाइब्रेरी एवं रीडिंग रूम, भूतल पर जन सुविधा, प्रथम व द्वितीय तल पर म्यूजियम तथा टेरेस पर ओपन एयर थियेटर बनाया गया है। इससे यहां सदस्यता लेने वाले लोगों को लाभ मिलेगा। सदस्यता दो तरह की बनाने की तैयारी है। एक स्थायी होगी और एक अस्थायी। इसके लिए जल्द ही नई गाइडलाइन शासन से जारी होंगी।
607 कार पार्किंग की होगी क्षमता
पार्किंग ब्लाक बेसमेंट+ग्राउंड+4 के अंतर्गत 607 कार पार्किंग, म्यूजियम ब्लॉक के समीप 135 ओपन कार पार्किंग तथा 155 दो पहिया पार्किंग का प्राविधान है।
भविष्य को देखते हुए यह पार्किंग बनाई गई है। वैसे तो जय प्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय केंद्र का काम फरवरी 2014 से प्रारंभ कर अक्टूबर 2016 तक पूर्ण किया जाना था।