यूपी के इन शहीदों के शौर्य और पराक्रम का होगा सम्मान, पुलिस स्मृति दिवस पर आश्रितों को सीएम करेंगे सम्मानित

कर्तव्य की वेदी पर प्राणों की आहुति देने वाले प्रदेश के चार पुलिस कर्मियों के आश्रितों को गुरुवार को पुलिस स्मृति दिवस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सम्मानित करेंगे। यह कार्यक्रम समारोह पुलिस लाइन के ग्राउंड में आयोजित किया जाएगा।

By Vikas MishraEdited By: Publish:Wed, 20 Oct 2021 10:08 AM (IST) Updated:Wed, 20 Oct 2021 02:59 PM (IST)
यूपी के इन शहीदों के शौर्य और पराक्रम का होगा सम्मान, पुलिस स्मृति दिवस पर आश्रितों को सीएम करेंगे सम्मानित
शहीद होने वाले पुलिस कर्मियों में सोनू कुमार, हरविंदर सिंह, प्रशांत यादव और देवेंद्र सिंह शामिल हैं।

लखनऊ, [हितेश सिंह]। कर्तव्य की वेदी पर प्राणों की आहुति देने वाले प्रदेश के चार पुलिस कर्मियों के आश्रितों को गुरुवार को पुलिस स्मृति दिवस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सम्मानित करेंगे। यह समारोह पुलिस लाइन ग्राउंड में आयोजित किया जाएगा। शहीद होने वाले पुलिस कर्मियों में सोनू कुमार, हरविंदर सिंह, प्रशांत यादव और देवेंद्र सिंह शामिल हैं। 

खनन माफिया से मोर्चा लेते शहीद हुए थे सोनू कुमारः 2018 बैच के सिपाही सोनू कुमार मूलरूप से अलीगढ़ के रहने वाले थे। उनकी पहली तैनाती आगरा के सैंया थाने में हुई थी। 24 वर्षीय सोनू आठ नवंबर 2020 को क्षेत्र में गश्त पर थे, तभी उन्हें सूचना मिली कि कुछ लोग राजस्थान से अवैध खनन में शामिल ट्रैक्टर-ट्राली लेकर आ रहे हैं। इस पर उन्होंने दो साथियों संग तिराहे पर बदमाशों को रोकने का प्रयास किया, लेकिन उनकी ट्रैक्टर से कुचलकर हत्या कर दी गई। 

मम्मी परेशान न हो, पापा ड्यूटी से आ जाएंगेः आगरा के रहने वाले 35 वर्षीय शहीद हरविंदर सिंह की पत्नी की आंखें जब भी नम होती हैं तो उनकी तीन वर्षीय बेटी रियांशी कहती है कि मम्मी परेशान न हो, पापा ड्यूटी से आ जाएंगे। 2011 बैच के सिपाही हरविंद्र सिंह की पत्नी रचना ने बताया कि उनके पति 2016 में मैनपुरी में तैनात थे। 28 नवंबर 2020 को वह विधायक के बेटे को घर छोड़कर लौट रहे थे, तभी करहल के पास बदमाशों ने उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। इस हमले में उन्हें तीन-चार गोलियां लगी थीं। उन्हें आगरा के रेनबो अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां 22 दिन बाद उनकी मौत हो गई। 

गश्त के दौरान बदमाशों ने प्रशांत को मारी थी गोलीः 2015 बैच के उप निरीक्षक प्रशांत यादव मूलरूप से बुलंदशहर के रहने वाले थे। वह आगरा के थाना खंदौली में तैनात थे। 24 मार्च 2021 को मुखबिर की सूचना पर वह एक बदमाश का पकडऩे के लिए बताए गए स्थान पर पहुंच गए। यहां बदमाश ने उन पर तमंचे से फायर झोंक दिया। हमले में घायल प्रशांत की इलाज के दौरान मौत हो गई।

बदमाशों से मोर्चा लेते शहीद हुए थे देवेंद्र सिंहः आगरा के रहने वाले देवेंद्र सिंह 2015 बैच के सिपाही थे। वह कासगंज के थाना सिडपुरा में तैनात थे। नौ फरवरी 2021 को नगला धीमर गांव में शराब माफिया ने उन पर हमला कर दिया। इस दौरान छह बदमाशों से लड़ते-लड़ते वह शहीद हो गए।

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