तीन दिन में ही ध्वस्त हुई टोकन व्यवस्था, एटीसी ने RTO में मारा छापा
लखनऊ के ट्रांसपोर्टनगर स्थित आरटीओ कार्यालय में शुरू हुई टोकन व्यवस्था तीन दिन में ही ध्वस्त हो गई। डीएल के लिए जिन आवेदकों को बुधवार को तारीख दी गई थी वे टोकन पाने के लिए परेशान इधर-उधर जुगाड़ ढूंढते नजर आए।
लखनऊ, जेएनएन। ट्रांसपोर्टनगर स्थित आरटीओ कार्यालय में शुरू हुई टोकन व्यवस्था तीन दिन में ही ध्वस्त हो गई। डीएल के लिए जिन आवेदकों को बुधवार को तारीख दी गई थी वे टोकन पाने के लिए परेशान इधर-उधर जुगाड़ ढूंढते नजर आए। दलालों की सेंध की सूचना से अपर परिवहन आयुक्त ने शाम अचानक टोकन व्यवस्था का जायजा लिया। टोकन काउंटर पर छापा मारा। अव्यवस्था देख टोकन सिस्टम की आधी-अधूरी तैयारियों पर अफसरों को लताड़ लगाई।
उन्होंने कहा कि जिन आवेदकों को टाइम स्लाट मिल गया है उनको ही टोकन एलॉट किया जाए।सारथी भवन के परीक्षा हाल के बाहर कुर्सियां लगवाई जाएं। साथ ही डिस्प्ले की व्यवस्था स्क्रीन पर बनाई जाए जिससे आवेदक को टोकन नंबर दिखाई पड़ता रहे। एक-एक आवेदक काउंटर पर जाकर डीएल से संबंधित बायोमेट्रिक, फोटो खिंचवाए जाने समेत अन्य सभी औपचारिकताएं पूरी कराए। इससे सोशल डिस्टेंसिंग भी बनी रहेगी।
दलालों को सख्ती से रोकें
अपर परिवहन आयुक्त (आईटी) विनय कुमार सिंह ने चेताते हुए कहा कि टोकन सिस्टम में दलालों की मिली भगत मिली तो खैर नहीं। व्यवस्था बनाने के लिए तीन रंग के टोकन जारी किए गए हैं जिनमें लर्नर, स्थायी लाइसेंस और नवीनीकरण के लिए अलग रंग दिए गए हैं। उन्होंने गाजियाबाद आरटीओ कार्यालय में टोकन सिस्टम के सफल प्रयोग के बाद इसे लखनऊ आरटीओ कार्यालय में लागू किया गया है। इस मौके पर आरटीओ रामफेर द्विवेदी, आरआई उमेश सिंह व स्मार्ट चिप कंपनी के सुपरवाइजर कुनाल मिश्र मौजूद रहे।
परीक्षा में भी रहेगी टोकन व्यवस्था
लर्नर लाइसेंस के आवेदकों को टोकन दिया जाएगा। उसे दिखाकर परीक्षा देनी होगी। 12 से 15 मिनट की परीक्षा में ट्रैफिक नियमों से जुड़े 16 सवालों के जवाब आवेदक को देने होंगे। नौ सवाल का सही जवाब देने पर ही उन्हें पास माना जाएगा। इससे कम उत्तर देने पर आवेदक फेल हो जाएगा। दोबारा परीक्षा के लिए आवेदक को 50 रुपये की ऑनलाइन फीस जमाकर तय किए नए टाइम स्लाट पर परीक्षा देने के लिए आना होगा।