सवा दो महीने बाद शिया समुदाय में फिर से शुरू होगा शादियों का सिलसिला

गम की विदाई, अब गूंजेगी शहनाई। 26 नवंबर को होंगी सबसे ज्यादा शादियां, मैरिज हॉल फुल।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Mon, 19 Nov 2018 04:47 PM (IST) Updated:Wed, 21 Nov 2018 08:36 AM (IST)
सवा दो महीने बाद शिया समुदाय में फिर से शुरू होगा शादियों का सिलसिला
सवा दो महीने बाद शिया समुदाय में फिर से शुरू होगा शादियों का सिलसिला

लखनऊ, जेएनएन। ईद-ए-जहरा की खुशियों के साथ एक बार फिर शिया समुदाय में खुशी का मौसम लौट आने से शादी-विवाह का दौर भी शुरू होने को है। 25 नवंबर से सहालग शुरू हो जाएगी, जो रमजान तक रहेगी। चंद दिनों में शादी को लेकर घरों में जहां रौनक बढ़ जाएगी वहीं, गली मुहल्लों से निकल रही बारातों में शहनाई की धुन सुनाई देगी। सहालग को लेकर महीनों पहले से ही मैरिज हॉल की बुकिंग करा ली गई थी। पुराने शहर के अधिकांश मैरिज हॉल फुल हो चुके हैं। 

सवा दो महीने गम मनाने के बाद इस्लामिक माह रबीउल अव्वल की नौ तारीख (ईद-ए-जहरा) से घरों में खुशियां बिखर गई। 17 रबीउल अव्वल (26 नवंबर) को पैगंबर-ए-इस्लाम हजरत मुहम्मद साहब की यौम-ए-पैदाईश से शिया समुदाय में सहालग का सिलसिला शुरू हो जाएगा। एक दिन पहले (शब के मुताबिक 25 नवंबर) से ही शादियों का सिलसिला शुरू हो जाएगा। सबसे ज्यादा शादियां 17 को होगी। इसलिए पुराने शहर के अधिकांश मैरिज हॉल में शादी की बुकिंग पहले से हो चुकी। शिया समुदाय में शादियों का जश्न शाबान तक जारी रहेगा। बस शहादत की तारीखों में शादियां नहीं होगी। सबसे अधिक शादियां रजब व शाबान माह में होंगी।

मरकजी शिया चांद कमेटी के अध्यक्ष मौलाना सैफ अब्बास नकवी ने बताया कि मुहर्रम के बाद शादी-विवाह, शहनाई व अकीके का सिलसिला तेज हो जाएगा। जो रमजान तक जारी रहेगा। हालांकि बीच-बीच में इमाम व अहलेबैत की शहादत की तारीखों पर शादियां नहीं होंगी। सहालग में 17 रबीउल अव्वल, 13 रजब व तीन शाबान की तारीखों में सबसे अधिक शादियां होती हैं।

शिया समुदाय ने मनाई खुशियां

शिया समुदाय ने रविवार को ईद-ए-जहरा का त्योहार मनाया। कर्बला के शहीदों के गम में सवा दो महीने आंसू बहाने के बाद लोगों ने खुशियां मनाई। समुदाय के लोगों खासकर महिलाओं ने खुशरंग लिबास पहने और श्रृंगार किया। लोगों ने एक दूसरे के घर जाकर नज्र चखी।

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