UP: गांवों में COVID से बचाव में जुटेंगे 32,000 स्वच्छाग्रही, यूनिसेफ के सहयोग से दिया जा रही ऑनलाइन ट्रेनिंग

उत्तर प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना महामारी से बचाव के लिए 32000 प्रशिक्षित स्वच्छाग्रहियों की टीम मैदान में उतरेगी। यूनिसेफ के सहयोग से स्वच्छाग्रहियों का मंडलस्तरीय प्रशिक्षण आगामी 28 मई तक पूरा कर लिया जाएगा। विशेषज्ञ स्वच्छाग्रहियों को ऑनलाइन प्रशिक्षण दे रहे हैं।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Tue, 18 May 2021 09:52 PM (IST) Updated:Wed, 19 May 2021 08:43 AM (IST)
UP: गांवों में COVID से बचाव में जुटेंगे 32,000 स्वच्छाग्रही, यूनिसेफ के सहयोग से दिया जा रही ऑनलाइन ट्रेनिंग
कोरोना महामारी के बढ़ते कहर से बचाव में अब स्वच्छाग्रही सकारात्मक रोल निभाएंगे।

लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। कोरोना महामारी के बढ़ते कहर से बचाव में अब स्वच्छाग्रही सकारात्मक रोल निभाएंगे। उत्तर प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना महामारी से बचाव के लिए 32,000 प्रशिक्षित स्वच्छाग्रहियों की टीम मैदान में उतरेगी। यूनिसेफ के सहयोग से स्वच्छाग्रहियों का मंडलस्तरीय प्रशिक्षण आगामी 28 मई तक पूरा कर लिया जाएगा। विशेषज्ञ स्वच्छाग्रहियों को ऑनलाइन प्रशिक्षण दे रहे हैं। 

निदेशक पंचायतीराज किंजल सिंह ने बताया कि इतनी बड़ी प्रशिक्षित टीम को कोरोना प्रसार रोकने के लिए उतारने की किसी राज्य में यह अनूठी पहल है। स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत स्वच्छाग्रहियों को एक दिवसीय प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। इसकी शुरुआत मंगलवार को देवीपाटन मंडल के एक हजार स्वच्छाग्रहियों को प्रशिक्षण देने से की गई है।

किंजल सिंह ने बताया कि यूनिसेफ द्वारा प्रदान किए जा रहे तकनीकी सहयोग से यह पहल की गई है। इसमें कोरोना वायरस संक्रमण के बारे में विस्तार से जानकारी देने के अलावा बचाव और प्रबंधन के उपाय भी बताए जा रहे हैं। प्रशिक्षित स्वच्छाग्रही ग्रामीणों को संक्रमण से बचाव के उपायों की जानकारी देने के अलावा संक्रमित होने पर पोषण, दवा, आइसोलेशन व टीकाकरण आदि के बारे में विस्तार से बताएंगे।

निदेशक पंचायतीराज किंजल सिंह ने बताया कि शौचमुक्त अभियान में स्वच्छाग्रहियों की भूमिका सराहनीय रही थी। अब कोरोना महामारी के बढ़ते कहर से बचाव में वे सकारात्मक रोल निभाएंगे। जल एवं स्वच्छता, स्वास्थ्य और विकास के लिए विशेषज्ञों द्वारा स्वच्छाग्रहियों को सीधा प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। प्रदेश के सभी 75 जिलों में स्वच्छाग्रहियों को आगामी 28 मई तक प्रशिक्षण प्रदान कर दिया जाएगा। प्रशिक्षित स्वच्छाग्रहियों के सहयोग के लिए विभिन्न प्रकार के वीडियो व आडियो के अलावा पोस्टर्स भी तैयार किए गए हैं।

बता दें कि कोरोना महामारी इस समय राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में जैसे कहर बरपा रही है। कई गांव तो ऐसे हैं जहां कुछ ही दिनों में कोरोना के इस दूसरे लहर ने कई जानें ले ली हैं। घर-घर मातम पसरा हुआ है। सूचनाएं जिला मुख्यालयों से लेकर शासन स्तर तक पहुंचने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने जांच व मेडिकल किट बांटने का काम शुरू किया है। तमाम स्तर पर लापरवाहियां भी देखने को मिल रही हैं। कोरोना के लक्षणों से पीड़ित तमाम ग्रामीण छोला छाप डॉक्टरों की सेवाएं लेने को मजबूर हैं।

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