लखनऊ के ईको गार्डन में 21 सूत्रीय मांगों को लेकर शिक्षकों-कर्मचारियों ने दिया विशाल धरना, जाम से जूझे लोग

लखनऊ के ईको गार्डेन में लाखों की संख्या में पहुंचे कर्मचारियों व शिक्षकों में सरकार के प्रति जबरदस्त आक्रोश को देखने को मिला। पुरानी पेंशन बहाली सहित 21 सूत्रीय मांगो को लेकर धरना दिया। कहा कि मांगें नहीं मानी गईं तो चुनाव में सरकार का विरोध करेंगे।

By Dharmendra MishraEdited By: Publish:Tue, 30 Nov 2021 05:47 PM (IST) Updated:Tue, 30 Nov 2021 05:47 PM (IST)
लखनऊ के ईको गार्डन में 21 सूत्रीय मांगों को लेकर शिक्षकों-कर्मचारियों ने दिया विशाल धरना, जाम से जूझे लोग
लखनऊ के ईको गार्डन में शिक्षक-कर्मचारियों ने 21 सूत्री मांगों को लेकर दिया धरना।

लखनऊ, जागरण संवाददाता। मंगलवार को लखनऊ के ईको गार्डेन में लाखों की संख्या में पहुंचे कर्मचारियों व शिक्षकों में सरकार के प्रति जबरदस्त आक्रोश को देखने को मिला। इस दौरान कर्मचारियों व शिक्षकों ने पुरानी पेंशन बहाली सहित 21 सूत्रीय मांगो को लेकर धरना दिया। साथ ही सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि मांगें नहीं मानी गईं तो चुनाव में कर्मचारी और शिक्षक सरकार का विरोध करेंगे।

शिक्षकों एवं कर्मचारियों ने कर्मचारी, शिक्षक, अधिकारी एवं पेंशनर्स अधिकार मंच उत्तर प्रदेश के बैनर तले लखनऊ के इको गार्डन में आयोजित महारैली में बढ़चढ़कर हिस्सा लिया। बैनर के अध्यक्ष डॉ दिनेश चंद्र शर्मा ने धरने को संबोधित करते हुए कहा कि अब तक कर्मचारी संगठनों की मांगों पर पूर्व की सरकारें समस्याओं का निराकरण करती थी, परंतु यह पहली सरकार है जो कर्मचारियों द्वारा अपने संघर्षों से अर्जित की गई उपलब्धियों को छीन रही है।

भत्ते समाप्त करने का आरोपः शिक्षक और कर्मचारी नेताओं ने इस सरकार में एक दर्जन से अधिक भत्ते समाप्त कर दिए गए हैं। पिछले पांच वर्ष के कार्यकाल में एक भी शिक्षकों को प्रमोशन नहीं दिया गया। यही नही शिक्षामित्रों व अनुदेशकों को भुखमरी की कगार पर लाकर खड़ा कर दिया गया। वहीं आंगनबाड़ी और रसोइयां आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं, लेकिन सरकार पूरी तरह से अनदेखी कर रही है। मंच ने साफ तौर पर सरकार को चेतावनी दी है कि अगर सरकार ने समय रहते शिक्षकों एवं कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बहाली सहित सभी मांगों को पूरा नहीं किया तो वे सरकार से आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे और लोकतंत्र का अंतिम अस्त्र भी प्रयोग करेंगे।

इस मौके पर उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के महामंत्री संजय सिंह , प्रधान महासचिव सुशील त्रिपाठी, उत्तर प्रदेश राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के प्रदेश अध्यक्ष इंजीनियर तिवारी, उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष हेम सिंह पुंडीर व लाखों कर्मचारियों व शिक्षकों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।

चारों तरफ जाम से जूझे लोगः मंगलवार सुबह से ही वीआईपी रोड स्थित ईको गार्डेन में शिक्षकों व कर्मचारियों का जमावड़ा लगने लगा। इस दौरान दिनभर इलाके इलाके से गुजरने वाले यात्रियों को जाम से जूझना पड़ा। शहीद पथ से तेलीबाग चौराहे पर मंगलवार को कई बार जाम की स्थिति बनी। वहीं बंगलाबाजार से अवध चौराहे और आलमबाग में भी लोगों को जाम की समस्या से जूझना पड़ा। ट्रैफिक को देखते हुए मंगलवार को प्रशासन ने वीआईपी रोड पर पड़ने वाले पकरी के पुल पर बैरिकेटिंग लगाकर रास्ता बंद कर दिया।

शिक्षकों का क्या है कहनाः

संतोष कुमार- शिक्षक ने बताया कि स्कूलों का हाल बहुत बेहाल है, बच्चों के बैठने के लिए टेबल का इंतजाम किया जाए साथ ही सभी स्कूलों में लाइट, पंखों का प्रबंध किया जाए।

प्रभाकर- हमारी 21 सूत्री जो मांगे हैं उसमें से मुख्य मांग पुरानी पेंशन है, इसे तत्काल के लिए सरकार को लागू कर देना चाहिए सरकार को भी पता है कि हम शिक्षकों के लिए यह कितना जरूरी है, हमारे बुढापे का सहारा है।

आशीष यादव- अंतर्जनपदीय और जनपदीय तबादले इच्छानुसार किए जाएं और ऑनलाइन प्रक्रिया से शिक्षकों को मुक्त किया जाए।

शशांक भूषण तिवारी- जो भी भत्ते सरकार ने समाप्त करवा दिए उन्हें फिर से लागू किया जाए।

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