शिक्षक भर्ती अभ्यर्थियों का निदेशालय में हंगामा, धक्कामुक्की के बाद पुलिस ने क‍िया बल प्रयोग

अभ्यर्थियों ने सरकार द्वारा पहले चरण में जारी आदेश के तहत 31661 सहायक अध्यापकों की भर्ती का विरोध किया। प्रदर्शनकार‍ियों ने मांग की कि सभी 69 हजार शिक्षकों की भर्ती होनी चाहिए। अगर ऐसा न हुआ तो बाकी के शिक्षकों की भर्ती नहीं हो पाएगी।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Sat, 26 Sep 2020 03:17 PM (IST) Updated:Sat, 26 Sep 2020 03:17 PM (IST)
शिक्षक भर्ती अभ्यर्थियों का निदेशालय में हंगामा, धक्कामुक्की के बाद पुलिस ने क‍िया बल प्रयोग
हंगामा कर रहे अभ्यर्थियों को बस में भरकर भेजा गया ईको गार्डेन।

लखनऊ, जेएनएन। शिक्षक भर्ती के सैकड़ों अभ्यर्थियों ने शनिवार को बेसिक शिक्षा निदेशालय निशातगंज में जमकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थी सरकार द्वारा पहले चरण में जारी आदेश के तहत 31,661 सहायक अध्यापकों की भर्ती का विरोध किया। इस बीच उनकी पुलिस से झड़प और धक्का-मुक्की हुई। पुलिस ने अभ्यर्थियों पर हल्का बल प्रयोग कर बसों में भरकर ईको गार्डेन ले जाकर छोड़ दिया।

प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों में बस्ती के हार्दिक श्रीवास्तव उनके साथी नीलेश पाल, पवन दुबे, विक्रम यादव और आयुष चौरसिया ने मांग की कि सभी 69 हजार शिक्षकों की भर्ती होनी चाहिए। अगर ऐसा न हुआ तो बाकी के शिक्षकों की भर्ती नहीं हो पाएगी। अभी इस भर्ती प्रकरण में सुप्रीम कोर्ट में भी मामला विचाराधीन है। अगर ऐसी स्थिति में भर्ती हो गई तो बाकी के अभ्यर्थी बिना भर्ती के ही रह जाएंगे। सूबे के विभिन्न जनपदों से आए करीब 250-300 अभ्यर्थी नारेबाजी और हंगामा कर रहे थे।

पुलिस ने उन्हें समझाकर शांत कराने का प्रयास किया। इस पर अभ्यर्थियों ने विरोध करते हुए कहा कि वह शांति पूर्ण ढंग से प्रदर्शन जारी रखेंगे। इस पर पुलिस से उनकी नोकझोंक हुई। पुलिस ने उन्हें जबरन बस में भरने का प्रयास किया तो धक्का-मुक्की शुरू हो गई। पुलिस ने हल्का बल प्रयोग करके अभ्यर्थियों को बस में भरकर ईको गार्डेन भेज दिया। दोपहर बेसिक शिक्षा निदेशक सर्वेंद्र विक्रम बहादुर सिंह ईको गार्डेन पहुंचे। वहां, अभ्यर्थियों की बात सुनी और अभ्यर्थियों की बात शासन में रखने का आश्वासन दिया। इसके बाद प्रदर्शन समाप्त कर अभ्यर्थी जाने लगे।

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