लखनऊ में बारिश के साथ बढ़ता गया किराए का भी ग्राफ, टैक्सी-टैंपो वालों ने खूब की मनमानी
गुरुवार को जब बारिश में लोग जगह-जगह फंस गए तो उन्होंने सोचा कि ओला से वह दफ्तर और कार्यस्थल तक पहुंच जाएं। ऐसे में इन निजी टैक्सी चालक कंपनियों ने कहीं दोगुना तो कहीं तीन गुना किराया बढ़ा दिया।
लखनऊ, [नीरज मिश्र]। बारिश ने आमजनों की मुश्किलें क्या बढ़ाई कि कम पैसे में सफर कराने वाली निजी वाहन संचालक कंपनियों की बन आई। गुरुवार को जब बारिश में लोग जगह-जगह फंस गए तो उन्होंने सोचा कि ओला से वह दफ्तर और कार्यस्थल तक पहुंच जाएं। ऐसे में इन निजी टैक्सी चालक कंपनियों ने कहीं दोगुना तो कहीं तीन गुना किराया बढ़ा दिया। हाल यह था कि चंद किमी. दूरी का कई-कई गुना किराया एप में नजर आने लगा। बारिश के इस मौसम में उनकी मुश्किलों से भुनाने वाले इस तरीके को देख लोग अवाक रह गए।
मजबूरी में आज के ये रहे रेट
कहां से कहां तक-पहले -आज की दर (रुपये में )
यूपी आवास विकास कांप्लेक्स से जागरण चौराहा- 125 -567 खजुहा संतोषी माता मंदिर से सेंट गैबरियल कांवेंट स्कूल फैजुल्लागंज -165 -502 केशवनगर पुलिस चौकी से ओमनगर पवनपुरी आलमबाग-290 -654 यूजअल पिकअप शुक्ला ट्रेडर्स से शास्त्रीनगर -175 -434 नेहरूक्रास चौराहा से विश्वविद्यालय -110 -283 आलमबाग चौराहा चंदर नगर से हजरतगंज- 200 -386 कुंडरी से नवयुग रेडियंस -100 -211डिमांड और सप्लाई की थ्योरी में भुगत रही जनता
किराए पूरी तरह एप आधारित होता है। इसे न तो चालक और न ही कोई अन्य इसे मनमाने तरीके से बढ़ा सकता है। किराया बढ़ने के तीन कारण होते हैं। दूरी, समय और ट्रैफिक। अगर देरी है या फिर रास्ते में व्यवधान है तभी इसमें वृद्धि होती है। इसकी मानीटरिंग सेंट्रलाइज्ड है। डिमांड और सप्लाई के आधार पर किराया घटता बढ़ता है। अगर कहीं ज्यादा लिया गया है तो उसकी शिकायत करने पर जांच कराई जाएगी। बारिश को लेकर किराये में वृद्धि नहीं है। एप में छेड़छाड़ किसी भी हालत में संभव नहीं है। -निखिल कुमार, नार्थ इंडिया हेड, ओला
मनमाने किराया लिए जाने को लेकर कंपनी के प्रतिनिधि से बात हुई है। उन्होंने किसी भी तरह की गड़बड़ी से इंकार किया है। बढ़ा किराया डिमांड और सप्लाई पर आधारित होता है। पूरी व्यवस्था एप आधारित है। अगर बुकिंग में ज्यादा किराया लिया गया है तो उसकी जानकारी देनें पर तत्काल जांच करा कार्रवाई की जाएगी। -पंकज कुमार चौधरी, आरटीओ प्रवर्तन
वसूली में ऑटो-टेम्पो वाले नहीं रहे पीछे
बारिश ने ई-रिक्शा, ऑटो-टेम्पो, सिटी बस, रोडवेज समेत सबकी गति पर ब्रेक लगा दिया। ऐसे में नगरीय परिवहन की कमी होने से मौके का फायदा उठाने वाले लोग जुट गए। कोई अस्पताल जाने वाला था तो किसी को दुकान और कार्यालय पहुंचना था। लोगों की जरूरतों का जमकर फायदा उठाया गया। बारिश के चलते लोग गंतव्य तक पहुंचने के लिए भटकते रहे। ऑटो-टेम्पो वाले मनमाना किराया वसूलते नजर आए। कोई दो गुना किराया मांग रहा था तो कोई मनमाना रेट। इनमें से कई लोगों ने परिवहन विभाग के हेल्पलाइन नंबर पर टेम्पो के नंबर के साथ शिकायत भी दर्ज कराई।