सीसी फुटेज में दिखे संदिग्धों की तलाश शुरू, लखनऊ के धार्मिक स्थलों को उड़ाने की दी है धमकी
मनकामेश्वर मंदिर की महंत ने की सुरक्षा की मांग। पुलिस ने अलीगंज हसनगंज मडिय़ांव और पुराने लखनऊ स्थित डाकघर व उसके आसपास लगे सीसी फुटेज खंगाले हैं। उन सभी संभावित रूट पर फुटेज एकत्र किए जा रहे हैं जहां से संदिग्धों के गुजरने की संभावना है।
लखनऊ, जेएनएन। अलीगंज स्थित नया हनुमान मंदिर व अन्य धार्मिक स्थलों को बम से उड़ाने की धमकी भरा पत्र भेजे जाने के मामले में पुलिस सीसी फुटेज खंगाल रही है। फुटेज में पुलिस को कुछ संदिग्ध नजर आए हैं। एसीपी अलीगंज अखिलेश कुमार के मुताबिक फुटेज के आधार पर संदिग्धों के बारे में पता लगाया जा रहा है। जल्द ही धमकी भरा पत्र भेजने वालों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
पुलिस ने अलीगंज, हसनगंज, मडिय़ांव और पुराने लखनऊ स्थित डाकघर व उसके आसपास लगे सीसी फुटेज खंगाले हैं। उन सभी संभावित रूट पर फुटेज एकत्र किए जा रहे हैं, जहां से संदिग्धों के गुजरने की संभावना है। पुलिस कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। हालांकि, अभी तक उन्हें धमकी देने वालों के बारे में ठोस जानकारी नहीं हो पाई है। उधर, धमकी भरा पत्र आने के बाद मनकामेश्वर मंदिर की महंत देव्या गिरि ने गृह सचिव को पत्र लिखकर सुरक्षा की मांग की है। देव्या गिरि का कहना है कि वर्ष 2010 में भी धमकी भरे पत्र भेजे गए थे। इसके बाद 29 जुलाई को 10 धार्मिक स्थलों और आरएसएस के लोगों को भी धमकी दी गई, जिसमें मनकामेश्वर मंदिर और उसकी महंत शामिल हैं।
महंत का कहना है कि पूर्व में लखनऊ पुलिस ने एक सुरक्षाकर्मी दिया था, जिसे 20 जून को बिना किसी कारण के हटा दिया गया। ऐसे में उनकी जान को खतरा है। महंत ने एक सशस्त्र सुरक्षाकर्मी प्रदान करने के लिए कहा है। उधर, पुलिस हाल में पकड़े गए आतंकियों के कनेक्शन को इस धमकी से जोड़कर देख रही है। खुफिया एजेंसियों ने आतंकियों के कुछ साथियों के बारे में जानकारी जुटाई है। माना जा रहा है कि जल्द ही इस साजिश के पीछे छिपे लोगों के नाम उजागर होंगे।