Sushant Singh Rajput Case : UP के पूर्व डीजीपी ने बिहार पुलिस पर उठाया सवाल, कहा- अतिसक्रियता सही नहीं

Sushant Singh Rajput Case यूपी के पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह ने सुशांत सिंह राजपूत की कथित आत्महत्या मामले में बिहार पुलिस की कार्रवाई की आलोचना की है।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Mon, 03 Aug 2020 11:25 PM (IST) Updated:Mon, 03 Aug 2020 11:25 PM (IST)
Sushant Singh Rajput Case : UP के पूर्व डीजीपी ने बिहार पुलिस पर उठाया सवाल, कहा- अतिसक्रियता सही नहीं
Sushant Singh Rajput Case : UP के पूर्व डीजीपी ने बिहार पुलिस पर उठाया सवाल, कहा- अतिसक्रियता सही नहीं

लखनऊ, जेएनएन। Sushant Singh Rajput Case : फिल्म अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की कथित आत्महत्या के मामले में जब तरह-तरह के सवाल उठ रहे हैं, तब उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह ने इस मामले में बिहार पुलिस की कार्रवाई की आलोचना की है। अपने फेसबुक अकाउंट पर सुलखान सिंह ने लिखा है कि बिहार पुलिस की अतिसक्रियता उनकी गलत मंशा जाहिर करती है। उन्होंने कहा कि विवेचना सही हो रही है या नहीं, इसका निर्णय केवल न्यायालय कर सकते हैं।

उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह ने कहा कि किसी आपराधिक प्रकरण की विवेचना व विचारण उसी अधिकारिता में हो सकता है, जहां घटना हुई हो। किसी राज्य को दूसरे राज्य के मामले में हस्तक्षेप का अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि सबसे दुर्भाग्यपूर्ण बात यह है कि शुद्ध कानूनी और आपराधिक मामले में आम लोग भी अपनी-अपनी पसंद और पूर्वाग्रह के अनुसार अभियान चला रहे हैं। यह बात ध्यान में रखनी चाहिए कि आपराधिक विवेचना व विचारण, आमराय, बहुमत या जनदबाव में नहीं हो सकती।

उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह ने आगे कहा कि विवेचना सही हो रही है या नहीं, इसका निर्णय केवल न्यायालय कर सकते हैं। अगर किसी को ठोस आपत्ति हो तो उसे कोर्ट जाना चाहिए। फेसबुक पर उनकी यह टिप्पणी आते ही पक्ष-विपक्ष में प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई। आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर ने भी इस मामले में बिहार पुलिस की भूमिका पर टिप्पणी की है। आईजी सिविल डिफेंस अमिताभ ठाकुर ने कहा कि कानूनी रूप से पटना (बिहार) पुलिस को इस मामले में विवेचना का अधिकार नहीं दिखता है।

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