मरीज की किडनी में पल रहे स्टैगहॉर्न स्टोन का सफल ऑपरेशन, लखनऊ से पहले जर्मनी और मद्रास में आया था केस
लखनऊ के बलरामपुर जिला अस्पताल में स्टैगहॉर्न किडनी स्टोन का सफल ऑपरेशन किया गया तकलीफ बढ़ने पर आया था मरीज अस्पताल प्रशासन का दावा मद्रास जर्मनी के बाद लखनऊ में आया पहला स्टैगहॉर्न स्टोन का मामला मरीज की हालत बेहतर।
लखनऊ, जेएनएन। बलरामपुर अस्पताल में मंगलवार को एक मरीज की किडनी से करीब सवा चार इंच का स्टैगहॉर्न स्टोन का सफल ऑपरेशन किया गया। अस्पताल प्रशासन के मुताबिक किडनी में इतने बड़े स्टोन का लखनऊ में यह पहला मामला सामने आया है। साथ ही मरीज की किडनी से एक से दो इंच के 15 अन्य स्टोन भी निकाले गए।
राजाजीपुरम निवासी 50 वर्षीय पंडित विष्णुदत्त तिवारी को काफी सालों से किडनी में स्टोन के चलते समस्या थी। तकलीफ बढ़ने पर चार दिन पहले बलरामपुर अस्पताल में एसएसबी ब्लॉक में दूसरे तल पर भर्ती कराया गया। जांचों के बाद पता चला कि मरीज की किडनी में स्टैगहॉर्न के आकार का करीब सवा चार इंच का स्टोन पल रहा है, इसके अलावा करीब एक से दो सेंमी के 15 अन्य स्टोन हैं। मंगलवार को डॉक्टरों ने सफलतापूर्वक ऑपरेशन कर सभी स्टोन को किडनी से निकाल लिया। मरीज की हालत ठीक है।
इस बाबत निदेशक डॉ. राजीव लोचन का कहना है कि उनके जीवन में किडनी में इस तरह के स्टोन का यह पहला मामला है। इससे पहले एक केस मद्रास और एक जर्मनी में सामने आया था। साथ ही लखनऊ में यह पहला केस है। उन्होंने बताया कि स्टैगहॉर्न स्टोन उसे कहते हैं जब स्टोन पेल्विस के साथ-साथ जब स्टोन पूरी किडनी में फैल जाता है तब स्टैगहॉर्न यानि बारहसिंगा जानवर के सींगों जैसा आकार ले लेता है। इसलिए इसे मेडिकल भाषा में स्टैगहॉर्न भी कहते हैं। ऑपरेशन टीम में मुख्य रूप से डॉ. एसके पांडेय, डॉ. धर्मदेव, एनेस्थीसिया के डॉ. पियूष सहित अन्य स्टाफ शामिल था।