Lucknow University: स्नातक पाठ्यक्रम में शाम‍िल होंगे आर्यभट्ट, भास्कराचार्य और कौटिल्य, नई शिक्षा नीति होगी लागू

लखनऊ विश्वविद्यालय में नए सत्र से लागू होने वाले चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम में छात्र-छात्राएं आर्यभट्ट भास्कराचार्य और कौटिल्य जैसे महान विषय विशेषज्ञों के बारे में भी पढ़ेंगे। कुलपति प्रो. आलोक राय ने विभागों को अपने-अपने क्षेत्र के विषय विशेषज्ञों के बारे में पाठ शामिल करने के निर्देश दिए हैं।

By Vikas MishraEdited By: Publish:Sat, 19 Jun 2021 01:49 PM (IST) Updated:Sat, 19 Jun 2021 01:49 PM (IST)
Lucknow University: स्नातक पाठ्यक्रम में शाम‍िल होंगे आर्यभट्ट, भास्कराचार्य और कौटिल्य, नई शिक्षा नीति होगी लागू
कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने सभी विभागों को विषय विशेषज्ञों के बारे में पाठ शामिल करने के निर्देश द‍िए।

लखनऊ, जेएनएन। लखनऊ विश्वविद्यालय में नए सत्र से लागू होने वाले चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम में छात्र-छात्राएं आर्यभट्ट, भास्कराचार्य और कौटिल्य जैसे महान विषय विशेषज्ञों के बारे में भी पढ़ेंगे। कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने सभी विभागों को अपने-अपने क्षेत्र के विषय विशेषज्ञों के बारे में पाठ शामिल करने के निर्देश दिए हैं। दरअसल, लविवि नई शिक्षा नीति के अंतर्गत चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम तैयार कर रहा है। कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने बताया कि स्नातक स्तर पर भी नई शिक्षा नीति के निर्देशों को लागू करने की पूरी तैयारी चल रही है।

सभी विभागों को यह सुझाव दिया है कि वह अपने नए पाठ्यक्रमों में अपने विषय से संबंधी प्राचीन भारतीय विशेषज्ञों व पुरोधाओं की रचनाओं और सिद्धांतों के साथ-साथ स्वयं उनके बारे में भी पढ़ाने का प्रबंध करेंगे। उन्होंने बताया कि हमारे देश में हर विषय के पुरोधा व्यक्ति मिलेंगे, जिनकी रचनाओं ने इन विषयों को आज की उनकी एकेडमिक एक्सीलेंस तक पहुंचाया है। यदि भारतवर्ष ने गणित में आर्यभट्ट एवं भौतिक विज्ञान में भास्कराचार्य जैसे विद्वान को जन्म दिया है तो वही राजनीति शास्त्र में कौटिल्य को भी जन्मा हैं। इसलिए इनसे जुड़े पाठ शामिल करने के लिए कहा गया है।

जुलाई के अंत में परीक्षाएं कराने की तैयारी: लखनऊ विश्वविद्यालय ने स्नातक और स्नातकोत्तर वार्षिक एवं सेमेस्टर अंतिम वर्ष की परीक्षाएं कराने की तैयारी शुरू कर दी है। स्नातक की परीक्षाएं जुलाई के अंतिम सप्ताह से शुरू कराने पर विचार किया जा रहा है। परीक्षा नियंत्रक प्रो. एएम सक्सेना का कहना है कि परीक्षाओं का कार्यक्रम तैयार किया जा रहा है। शनिवार को विस्तृत कार्यक्रम जारी होगा। हमारी कोशिश है कि स्नातक की परीक्षाएं जुलाई के आखिरी में शुरू करा दी जाएं। इसमें कोविड-19 प्रोटोकाल का पूरा ध्यान रखना होगा। सभी परीक्षाएं एमसीक्यू पैटर्न (मल्टीपल च्वाइस क्वैश्वचन) पर आयोजित की जाएंगी।

chat bot
आपका साथी