चेक की क्लोनिंग कर यूपी में की लाखों की ठगी, STF की टीम ने दादा उर्फ गुरुजी को मुंबई से दबोचा

एसटीएफ के अधिकारियों के मुताबिक आरोपित को मुंबई के नालासोपारा से गिरफ्तार किया गया है। इसके अलावा गिरोह के मास्टर माइंड समेत दो अन्य की तलाश जारी है। चेक क्लोनिंग के मामले में बैंक ऑफ बड़ौदा के प्रबंधक संजय कुमार ने विभूतिखंड थाने में मुकदमा दर्ज कराया था।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Thu, 05 Aug 2021 10:12 PM (IST) Updated:Fri, 06 Aug 2021 12:26 AM (IST)
चेक की क्लोनिंग कर यूपी में की लाखों की ठगी, STF की टीम ने दादा उर्फ गुरुजी को मुंबई से दबोचा
यूपीडा के खाते से निकाले थे 39 लाख 46 हजार 600 रुपये।

लखनऊ, जागरण संवाददाता। सरकारी और गैर सरकारी संस्थानों की कैंसिल चेक से चेक की क्लोनिंग कर लाखों रुपये निकालने वाले गिरोह के शातिर अपराधी दादा उर्फ गुरुजी को एसटीएफ की टीम ने मुंबई से गिरफ्तार कर लिया। गिरोह के लोगों ने यूपीडा के खाते से 39 लाख 46 हजार 600 रुपये चेक क्लोनिंग के माध्यम से निकाले थे। इसके अलावा शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विवि और उत्तर प्रदेश राज्य आयुष सोसाइटी के खाते से रुपये निकालने का प्रयास किया था। पर निकल नहीं सके थे। गिरफ्तारी के लिए एसटीएफ मुख्यालय से इंस्पेक्टर प्रमोद कुमार वर्मा, दारोगा सत्यप्रकाश समेत अन्य की टीम लगाई गई थी।

एसटीएफ के अधिकारियों के मुताबिक आरोपित को मुंबई के नालासोपारा से गिरफ्तार किया गया है। इसके अलावा गिरोह के मास्टर माइंड समेत दो अन्य की तलाश जारी है। चेक क्लोनिंग के मामले में बैंक ऑफ बड़ौदा के प्रबंधक संजय कुमार ने विभूतिखंड थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। इसके पूर्व टीम ने गिरोह के सदस्य अरविंद तिवारी, मनीष मौर्या, शादाब अनवर शेख को गिरफ्तार किया। दादा उर्फ गुरुजी गिरोह का सबसे सक्रिय सदस्य है। वह महाराष्ट्र के नालासोपारा के आरनेट इंक्लेव ओस्ठवाल का रहने वाला है। एसटीएफ की टीम ने दादा के पास से मोबाइल, आधार कार्ड, 20 हजार की नकदी, सोने की अंगूठी बरामद की है। गिरफ्तारी के बाद ट्रांजिट रिमांड पर लेकर टीम मुंबई पहुंची है।

पूछताछ में पता चला कि अजय गिरोह का सरगना है। वह चेक का क्लोन तैयार करता था। उसके बाद अजय और मनीष क्लोन चेक को जौनपुर, वाराणसी और गोरखपुर के खाताधारकों के खातों में जमा किये। रुपयों के खाते में ट्रांसफर होने के बाद फिर एटीएम से सारा रुपया निकाला गया। वहीं, यूपीडा के चार चेक का भुगतान हो गया था पर शकुंतला मिश्रा विवि और व आयुष सोसायटी के चेक से भुगतान नहीं हुआ था। दादा उर्फ गुरुजी महाराष्ट्र में एक ट्रैवेल्स एजेंसी का संचालक भी है। टीमें अब गिरोह के सरगना समेत अन्य की तलाश कर रही हैं।

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