लखनऊ इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर ओमाइक्रोन के खिलाफ सुरक्षा उपाय कड़े, यात्रियों की सुविधा का विशेष ध्यान
उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण के नए वैरिएंट ओमिक्रोन से बचाव के लिए हर संभव उपाए किए जा रहे हैं। लखनऊ इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर स्वास्थ्य मंत्रालय के नई गाइडलाइन को लागू किया गया है। इसके साथ ही यात्री सुविधाओं में भी बढ़ोतरी की गई है।
लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण के नए वैरिएंट ओमिक्रोन से बचाव के लिए हर संभव उपाए किए जा रहे हैं। ट्रेस, टेस्ट और ट्रीट की नीति को सख्ती से लागू किया जा रहा है। चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर आने वाले विदेशी यात्रियों के लिए नए मानदंडों के प्रबंधन के लिए बुनियादी ढांचे और प्रक्रियाओं में निरंतर सुधार किया जा रहा है। यहां स्वास्थ्य मंत्रालय के नई गाइडलाइन को लागू किया गया है। हवाई अड्डे पर 50 यात्रियों को समायोजित करने के लिए पर्याप्त वेटिंग एरिया बनाया गया है। इसमें चार पंजीकरण काउंटर, चार नमूना बूथ स्थापित किए गए हैं, जिसमें 95 रैपिड पीसीआर मशीनें भी शामिल हैं।
चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर विदेश से आने वाले यात्रियों की सहायता के लिए इस विशेष क्षेत्र में यात्री सेवा अधिकारी भी तैनात किए गए हैं। प्रतीक्षा समय को कम करने के लिए टेस्ट जल्दी से पूरे किए जा रहे हैं। इसके अलावा, यात्रियों को रैपिड पीसीआर और सामान्य आरटी-पीसीआर में से कौन सा टेस्ट पसंद करना है, यह चुनने की सुविधा भी है। नमूना संग्रह से रिपोर्ट प्रदान करने के लिए वर्तमान समय रैपिड के लिए 30 मिनट और आरटी-पीसीआर के लिए पांच से छह घंटे है।
एयरपोर्ट पर पंजीकरण काउंटरों के अलावा यात्री आगमन गलियारे में क्यूआर कोड का उपयोग करके अपने कोरोना टेस्ट के लिए भी पंजीकरण करया जा सकते हैं। जिन क्षेत्रों में यात्रियों के आगमन पर परीक्षण और बैठने की व्यवस्था की गई है, वहां नियमित अंतराल पर सेनेटाइजेशन और गहरी सफाई की जा रही है। इसी प्रकार अंतरराष्ट्रीय आगमन को कुशलतापूर्वक और सुरक्षित रूप से संभालने के लिए सुरक्षा और सुविधाओं को बढ़ाया गया है।
लखनऊ इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड के प्रवक्ता ने कहा कि हमने आने वाले यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा के लिए अतिरिक्त परीक्षण और विश्राम सुविधाओं सहित विस्तृत व्यवस्था की है। प्रवक्ता के अनुसार गेट वे विथ गुड्नेस के तहत एयरपोर्ट पर यात्रियों के आवागमन को और बेहतर करने के उद्देश्य से यात्रियों को पिक ड्रॉप करने वाले वाहनों के लिए अलग लेन को शुरू किया गया है। पहली बार वाहन चालकों के लिए टर्मिनल-2 के बाहरी हिस्से पर बैठने के इंतजाम किए गए हैं।