पटेल जयंती पर लखनऊ से एकजुटता का संदेश देगी सपा, रमाबाई अंबेडकर मैदान में 31 अक्टूबर को जुटेंगे कार्यकर्ता
सपा पटेल जयंती का यह कार्यक्रम लखनऊ के रमाबाई अंबेडकर मैदान में करेगी। पिछड़ों में कुर्मी मतदाता आठ फीसद से अधिक है। यही कारण है कि सपा ने कुर्मी मतदाताओं में अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए पटेल जयंती का दिन चुना है।
लखनऊ, राज्य ब्यूरो। लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती यानी 31 अक्टूबर को लखनऊ से कुर्मी मतदाताओं, किसानों व नौजवानों को साधने के लिए बड़ा दांव चलने जा रही है। एकता दिवस के मौके पर आयोजित इस कार्यक्रम में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव भाजपा को हराने के लिए पिछड़ों, दलितों, नौजवानों व किसानों को एकजुटता का संदेश भी देंगे। दरअसल विधानसभा चुनावों के मद्देनजर सपा इन दिनों किसान, नौजवान-पटेल यात्रा निकाल रही है। 29 अगस्त को सीतापुर से शुरू हुई इस यात्रा का समापन पहले 31 अक्टूबर को प्रयागराज में होना था किंतु अब यह लखनऊ में समाप्त होगी। 64 दिनों की यह यात्रा खासकर उन 46 जिलों में जा रही है जो कुर्मी बहुल हैं। समापन मौके पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव एक बड़ा कार्यक्रम करेंगे।
सपा पटेल जयंती का यह कार्यक्रम लखनऊ के रमाबाई अंबेडकर मैदान में करेगी। पिछड़ों में कुर्मी मतदाता आठ फीसद से अधिक है। यही कारण है कि सपा ने कुर्मी मतदाताओं में अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए पटेल जयंती का दिन चुना है। इस कार्यक्रम में सपा कुर्मी समाज व खासकर किसानों को बताएगी कि भाजपा सरकार ने पूरे पांच साल उनके साथ केवल छल किया। सपा ने इस कार्यक्रम की सफलता के लिए सभी जिलों में मंडल अध्यक्ष बनाए हैं। सभी को क्षेत्रवार जिम्मेदारियां दे दी गईं हैं। लखनऊ में इस कार्यक्रम का संयोजक डा. आशुतोष वर्मा पटेल को बनाया गया है।
फ्रंटल संगठन भी निकाल रहे करीब एक दर्जन यात्राएं : सपा के फ्रंटल संगठन प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में करीब एक दर्जन से अधिक यात्राएं, सभाएं, चौपाल व सम्मेलन कर रहे हैं। सपा महासचिव इंद्रजीत सरोज 'जनादेश यात्रा' निकाल रहे हैं। उनकी यात्रा उन सीटों से होकर गुजर रही है, जहां दलितों की आबादी अधिक है। वे सपा के लिए दलित वोटों की गोलबंदी में जुटे हैं। सपा ब्राह्मण मतदाताओं को अपने पाले में लाने के लिए प्रबुद्ध सम्मेलन कर रही है। समाजवादी पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ भी इस समय समाजवादी पिछड़ा वर्ग सम्मेलन व सामाजिक न्याय यात्रा निकाल रही है। व्यापारियों को जोडऩे के लिए समाजवादी व्यापार सभा के मंडलीय सम्मेलन हो रहे हैं। इसमें जीएसटी, नोटबंदी व अनियंत्रित लाकडाउन से चौपट हो रहे व्यापार का मुद्दा उठाया जा रहा है।
समाजवादी महिला सभा भी अलग-अलग जिलों में जाकर आधी आबादी को साधने में लगी हुई है। अधिवक्ताओं को जोडऩे के लिए समाजवादी अधिवक्ता सभा की संविधान बचाओ-संकल्प यात्रा निकाल रही है। मुलायम सिंह यूथ बिग्रेड 'हर बूथ पर यूथ' अभियान चला रहा है। समाजवादी लोहिया वाहिनी 'आओ चलें बूथ पर चैपाल करें' कार्यक्रम कर रही है। समाजवादी युवजन सभा 'हर बूथ पर यूथ का ऐलान-जन मन विजय अभियान' चला रहा है।