अखिलेश यादव ने कहा- गांवों में दिन-प्रतिदिन बिगड़ रहे हालात, पसरा मातम; बुखार में तप रहा हर घर
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव का आरोप है कि कोरोना व ब्लैक फंगस रोकने की नहीं है कोई व्यवस्था। गांव-गांव मातम पसरा है। इलाज की अव्यवस्थाएं बरकरार हैं मरीजों की कहीं सुनवाई नहीं है। मुख्यमंत्री जहां जाते हैं अस्पतालों में मरीजों को छोड़कर डॉक्टर-अधिकारी उनकी आवभगत में लग जाते।
लखनऊ[राज्य ब्यूरो]। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि गांवों में दिन पर दिन हालत बिगड़ते जा रहे हैं। राज्य के एक लाख गांवों में 70 प्रतिशत आबादी है। यहां कोरोना या ब्लैक फंगस संक्रमण रोकने की कोई व्यवस्था नहीं है। न बड़े पैमाने पर टेस्टिंग हो रही है, न दवाएं हैं। वैक्सीनेशन की तो चर्चा करना ही व्यर्थ है। गांव-गांव मातम पसरा है, घर-घर बुखार में तप रहा है।
अखिलेश यादव ने सोमवार को जारी बयान में कहा कि कोरोना और ब्लैक फंगस की वजह से रोज ही मरीजों की जान जा रही है। इलाज की अव्यवस्थाएं बरकरार हैं, मरीजों की कहीं सुनवाई नहीं है। ऐसी अनियंत्रित अवस्था में मुख्यमंत्री की जनपदीय यात्राओं से कौन सा परिणाम आएगा। मुख्यमंत्री जहां जाते हैं, अस्पतालों में मरीजों को छोड़कर डॉक्टर-अधिकारी उनकी आवभगत में लग जाते हैं।
प्रदेश सरकार निरंतर पर्यटन मोड पर चल रही है। पहले दूसरे राज्यों में प्रचार के बहाने अब जिलों-जिलों में दौरा। राज्य में काम बंद, रास्ता बंद। सरकार छलावा के धंधे से अपना काम चला रही है। भाजपा राज में न जीते जी इलाज मिल रहा है और न ही मरने के बाद सम्मान से अंतिम संस्कार हो पा रहा है। समाजवादी पार्टी जब जनता की दिक्कतों की आवाज उठाती है तो सरकार अपने काम में सुधार के बजाय उनके मंत्री सपा पर ही आरोप लगाना शुरू कर देते हैं।