सपा प्रमुख अखिलेश यादव बोले- कोरोना संक्रमण के साथ महंगाई की मार से जनजीवन पूरी तरह से तबाह

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा के अंधेर राज में किसान बदहाल हैं और बिचौलिए खुशहाल हैं। पहले धान की लूट हो ही चुकी है। गेहूं का एमएसपी 1975 रुपये प्रति क्विंटल घोषित है लेकिन किसानों को 1500 रुपये प्रति कुंतल ही मिलने के लाले पड़े हुए हैं।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Wed, 19 May 2021 09:00 AM (IST) Updated:Wed, 19 May 2021 09:09 AM (IST)
सपा प्रमुख अखिलेश यादव बोले- कोरोना संक्रमण के साथ महंगाई की मार से जनजीवन पूरी तरह से तबाह
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा के अंधेर राज में किसान बदहाल हैं और बिचौलिए खुशहाल हैं।

लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने तय कर लिया है कि वह अपने पूरे कार्यकाल में छल-कपट की राजनीति के अलावा कुछ नहीं करेगी। झूठे आंकड़े देकर जनता को भ्रमित करने की कोशिश हो रही है। कोरोना संक्रमण के साथ-साथ महंगाई की मार से जनजीवन पूरी तरह से तबाह हो गया है। डीजल-पेट्रोल की दरों में लगातार वृद्धि हो रही है। बिजली महंगी करने पर सरकार आमादा है।

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने जारी बयान में कहा कि किसान घोर मुश्किल में फंसा है। किसानों के ऊपर तिहरी मार पड़ रही है। महंगाई के कारण खेती के कार्यों में बाधा उत्पन्न हो गई है तथा उसकी फसल की लूट रुक नहीं रही है। किसानों पर कोरोना का कहर टूट पड़ा है। उच्च न्यायालय तक को कहना पड़ा कि गांवों में चिकित्सा व्यवस्था राम भरोसे है। राजधानी लखनऊ सहित तमाम जिलों से गेहूं खरीद में भारी अनियमितताओं की सूचनाएं मिली हैं। किसान क्रय केंद्रों पर गेहूं के लिए धक्के खा रहे हैं।

भाजपा सरकार में उप्र के गाँवों व क़स्बों में चिकित्सा सेवाओं की दुर्व्यवस्था पर इलाहाबाद हाईकोर्ट की अति कठोर टिप्पणी के बाद तो राज्य के नेतृत्व को जागना चाहिए।

दिखावटी दौरों से कुछ नहीं होने वाला, मरते हुए लोगों के प्रति सच्ची संवेदना और सक्रियता दिखाइए।

माननीय मानवीय बनिए!— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) May 18, 2021

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा के अंधेर राज में किसान बदहाल हैं और बिचौलिए खुशहाल हैं। पहले धान की लूट हो ही चुकी है। गेहूं का एमएसपी 1975 रुपये प्रति क्विंटल घोषित है लेकिन किसानों को 1500 रुपये प्रति कुंतल ही मिलने के लाले पड़े हुए हैं। किसान इतना बेबस कभी नहीं हुआ जितना भाजपा राज में है। भाजपा की प्राथमिकता में किसान दूर दूर तक कभी नहीं रहा।

अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार जानबूझकर किसानों को एमएसपी का लाभ नहीं देना चाहती है। गेहूं खरीद में भी ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था लागू कर दी गई है। गांवों के किसान को परेशानी में फंसाये रखने की यह भाजपाई साजिश का हिस्सा है। रजिस्ट्रेशन के बाद गेहूं का सैंपल पास कराना होता है तब भी क्रय केन्द्रों में धांधली के कारण एमएसपी पर बिक्री नहीं होती है। धान की फसल के बेहन के लिये प्रदेश में बीज का अभाव बना हुआ है। भाजपा के अंधेर राज में किसान की बदहाली और भाजपा के प्रश्रय प्राप्त बिचौलियों की खुशहाली ही वांछित है। पहले धान की लूट हो ही चुकी है। गन्ना किसानों की कोई सुनने वाला नहीं है। 

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