सपा प्रमुख अखिलेश यादव का बीजेपी सरकार पर बड़ा आरोप, बोले- पूरे यूपी को आइसोलेशन में पहुंचाया

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण के हालत सुधर नहीं रहे हैं और रोजाना अस्पतालों से आ रही डरावनी तस्वीरें मुख्यमंत्री के झूठे दावों की पोल खोल रही है। भाजपा सरकार को इससे शर्मिंदगी भी नहीं होती है।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Mon, 03 May 2021 07:16 PM (IST) Updated:Mon, 03 May 2021 07:22 PM (IST)
सपा प्रमुख अखिलेश यादव का बीजेपी सरकार पर बड़ा आरोप, बोले- पूरे यूपी को आइसोलेशन में पहुंचाया
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार ने पूरे उत्तर प्रदेश को आइसोलेशन में पहुंचा दिया है।

लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कोविड-19 महामारी से पैदा हुए हाल पर योगी सरकार को घेरते हुए कहा कि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने खुद आइसोलेशन में रहते-रहते पूरे प्रदेश को ही आइसोलेशन में भेज दिया है। उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण के हालत सुधर नहीं रहे हैं और रोजाना अस्पतालों से आ रही डरावनी तस्वीरें मुख्यमंत्री के झूठे दावों की पोल खोल रही है। भाजपा सरकार को इससे शर्मिंदगी भी नहीं होती है।

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सोमवार को जारी बयान में कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से न जाने कितने घरों का चूल्हा बुझ चुका है। मां-बाप का साया उठ चुका है। पूरे का पूरा परिवार संक्रमित है, मगर कोई देखने वाला नहीं है। अस्पतालों में जिंदा को मुर्दा बनाया जा रहा है। मुख्यमंत्री की टीम-9 क्या कर रही है, पता नहीं। सख्ती के आदेश-निर्देश सब कूड़े के ढेर में जा रहे हैं। न कहीं ऑक्सीजन की पर्याप्त आपूर्ति हो रही है और न कहीं बेड बढ़ रहे हैं। 

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में लोग कोरोना से ज्यादा भाजपा सरकार की लापरवाही और बदइंतजामी से दम तोड़ रहे हैं। लोगों की इस मौत के लिए भाजपा सरकार नैतिक और प्रशासनिक दोनों स्तरों पर जिम्मेदार है। घड़ियाली आंसू बहाने से परिवारों को उजाड़ने से बचाया नहीं जा सकता है। ऐसी लापरवाह सरकार जनता के लिए किस काम की है।

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि सरकारी अस्पतालों में जब मनमानी चल रही है तब प्राइवेट नर्सिंग होम तो सर्व स्वतंत्र की भूमिका में रहेंगे ही। पूरे का पूरा परिवार संक्रमित है पर कोई देखने वाला नहीं है। अस्पतालों में जिंदा को मुर्दा बनाया जा रहा है। सख्ती के आदेश-निर्देश सब कूड़े के ढेर में जा रहे हैं। दवाइयों इंजेक्शन और ऑक्सीजन सिलिंडर तथा अनन्य आवश्यक उपकरणों की कालाबाजारी पर शासन-प्रसाशन की चुस्ती कठोर कार्रवाई का अभाव क्या त्राहिमाम है।

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